नई दिल्ली: 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल ने विपक्षी पार्टियों के उत्साह को बढ़ा दिया है. एग्जिट पोल में कांग्रेस हर राज्य जीतती हुई दिख रही है, यही कारण है कि शीतकालीन सत्र में विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर होगा.
ये पार्टियां होगी शामिल
इस बैठक में कुल 19 पार्टियां शिरकत कर सकती हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, डीएमके चीफ एमके स्टालिन, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, टीडीपी चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू समेत अन्य बड़े नेता शामिल होंगे. इस बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आप, डीएमके, एनसीपी, एनसी, सपा, बीएसपी, आरएलडी, जेडीएस जैसी पार्टियां बैठक में शामिल हो सकती हैं.
कल घोषित होगे परिणाम
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा मंगलवार को होनी है और उसके कुछ दिन बाद संसद का शीत सत्र शुरू हो रहा है। इस लिहाज से भी इस बैठक की अहमियत खासी बढ़ गई है।
बैठक के दौरान विपक्षी दल विभिन्न सरकारी बिलों, राफेल सौदे और किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर अपनी पर भी चर्चा कर सकते हैं। इससे पहले भी 22 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन तब इसे पांच राज्यों के चुनाव को देखते हुए टाल दिया गया था।
राहुल-सोनिया रहेंगे मौजूद
सूत्रों ने संभावना जताई है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस बैठक में हिस्सेदारी कर सकते हैं। ऐसे में यह भी संभावना है कि बैठक के दौरान आगामी शीत सत्र के दौरान संसद में विपक्ष की संयुक्त रणनीति भी तय की जाएगी।
इनके पहुंचने की है संभावना
राक्रांपा के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी, नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी, द्रमुक के अध्यक्ष एमके स्टालिन, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, राजद नेता तेजस्वी यादव, लोजद नेता शरद यादव के बैठक में पहुंचने की पुष्टि हो चुकी है। बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बैठक से दूरी बनाई है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि वह लोकसभा चुनावों के बाद गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं।