नई दिल्ली। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए टेस्ट सीरीज में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। टेस्ट सीरीज की शुरुआत से ही भारतीय टीम का फॉर्म खराब चल रहा था, लेकिन सीरीज के आखिरी मैच में विराट की सेना ने दक्षिण अफ्रीका को धूल चटा दी, हालांकि भारत इस सीरीज को अपने हाथ से पहले ही गवा चुका था। वहीं अब भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह मैचों की सीरीज का पहला वनडे मैच गुरुवार को खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज में हार के बाद इस सीरीज में धौनी की वापसी से टीम को निश्चित तौर पर एक नई मजबूती मिल गई है।
गौरतलब है कि 2019 के विश्व कप को भी अब सिर्फ 14 महीनों का ही समय बाकी है इसलिए विश्व कप को ध्यान में रखते हुए भारत को इस सीरीज से क्रिकेट महाकुंभ के लिए अपनी तैयारी की भी शुरुआत करेगा। भारत को अपनी बड़ी टेस्ट सीरीज से पहले काफी वनडे मैच खेलने है और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसकी पॉजिटिव शुरुआत करना उसके लिए बेहद जरूरी है। दक्षिण अफ्रीका के बाद भारत को श्रीलंका में ट्राई सीरीज में हिस्सा लेना है। इसके बाद आईपीएल होगा जबकि इसके बाद उसे इंग्लैंड और आयरलैंड में तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं।
इंग्लैंड में अगस्त में वो पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा। इतने अधिक वनडे मैचों खासकर दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के प्रदर्शन के आधार पर टीम मैनेजमेंट को वर्ल्ड कप के लिए अपनी टीम सुनिश्चित करने का भी मौका मिलेगा। उसे टीम में जरूरी सुधार करने का मौका भी मिलेगा। इन सबके बीच भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने की कोशिश करेगी। भारत को इससे पहले यहां खेली गई चार द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। उसने दो बार यहां ट्राई सीरीज में भी हिस्सा लिया जिसमें तीसरी टीम जिम्बाब्वे और केन्या थी लेकिन तब भी दक्षिण अफ्रीका ही चैंपियन बना था।