नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बुधवार को आईएस से प्रेरित आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है. यह माड्यूल तीन-चार महीने पहले ही बना था. यह मॉड्यूल दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अहम ठिकानों पर सिलसिलेवार हमले की तैयारी में था. यह लोग इसके लिए यह भारी मात्रा में विस्फोटक समाग्री जुटा चुके थे.
10 आरोपी गिरफ्तार
आपको बता दें कि यह मॉडल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ के नाम से काम कर रहा था. एनआईए ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मेरठ समेत 17 ठिकानों पर छापामारी की. छापेमारी के दौरान एनआइए ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. वहीं छह अन्य संदिग्धों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
रिमोट कंट्रोल से धमाका करने की तैयारी
इस दौरान एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने जानकारी दी कि यह माड्यूल फिदाइन और रिमोट कंट्रोल से धमाका करने के लिए पूरी तरह तैयार था. जो विस्फोटक सामान छापेमारी के दौरान बरामद हुए हैं. उनसे साफ है कि उनकी कई जगहों पर धमाका मचाने की साजिश थी.
एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमले की साजिश
एनआईए के अनुसार यह मॉड्यूल एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमले की साजिश बना रहा था. लेकिन एनआईए ने जगह के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया है. आलोक मित्तल ने कहा कि इस बारे में अभी पूछताछ की जा रही है. और पूरी पड़ताल के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. साथ ही मित्तल ने कहा कि इस मॉड्यूल के आईएस से जुड़े होने के सबूत नहीं मिलें हैं.
आपस में ही चंदा कर मॉड्यूल के लिए पैसे जुटाया
लेकिन इस बड़ी साजिश का मुख्य सरगना मुक्ति सुहैल एक विदेशी व्यक्ति के साथ लगातार संपर्क में था. इस विदेशी आका की पहचान और उसके सक्रिय होने के स्थान की पड़ताल की जा रही है. साथ ही उन्होने कहा कि यह आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी वेबसाइटों को नियमित रूप से देता था. इस बात की पुष्टि छापेमारी के दौरान बरामद 3 लैपटॉप से हुई है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में बताया कि उन्होंने आपस में ही चंदा कर मॉड्यूल के लिए पैसे जुटाया था. इसके लिए कुछ आरोपियों ने अपने घरों के जेवर चुरा कर भी बेचे थे.
इस आतंकी मॉड्यूल का सरगना अमरोहा का मूल निवासी है और वह एक मस्जिद के इमाम के रूप में काम करने करता है. मुफ्ती मोहम्मद फिलहाल दिल्ली के जाफराबाद में रह रहा था. उसने इस साजिश में जाफराबाद और अमरोहा के लड़कों को भी शामिल किया था. वहीं आलोक मित्तल के अनुसार फिलहाल इस मॉड्यूल को कहीं बाहर से फंडिंग के साथ नहीं मिल रही थी.
एनआईए के छापे में 25 किलो ग्राम पोटेशियम नाइट्रेट, अमोनियम नाइट्रेट, सल्फर और शुगर मैटेरियल पेस्ट के साथ-साथ 112 अलार्म घड़ी, मोबाइल फोन, सर्किट बैटरी, 51 पाइप, कार का रिमोट कंट्रोल, वायरलेस डोरबेल स्विच, स्टील कंटेनर 91 मोबाइल फोन और 134 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. इतना सामान कई आई ईडी बम बनाने के लिए पर्याप्त था.