पश्चिम बंगाल चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद 2 मई को हुई हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार कथित रूप से मारे गए थे। जिसके बाद अदालत के निर्देश पर गुरुवार को कोलकाता पुलिस ने 130 दिन बाद दिवंगत भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार का शव उनके परिजनों और पार्टी के नेताओं को सौंप दिया।
एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रखा गया था शव
भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार का सुरक्षा के मद्देनजर एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रखा गया था। अदालत के निर्देश के मुताबिक पहले शव को एनडीए परीक्षण के परीक्षण का आदेश दिया गया था क्योंकि अभिजीत सरकार को उनके परिजन पहचान नहीं सके थे। हालांकि अब अदालत के निर्देश पर भाजपा कार्यकर्ता का शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है।
परिवार ने कोलकाता पुलिस पर लगाया आरोप
मामले की ठीक से जांच ना करने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के परिवार ने कोलकाता पुलिस पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा हत्या के लिए जिम्मेदार ‘तृणमूल गुंडों’ को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही हैं। वे समाज में बेखौफ घूम रहे है। बल्कि परिवार सदस्य को धमकी भी दे रहे हैं।
मौत की जांच के लिए पीड़ित के भाई ने दर्ज की है याचिका
भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के भाई बिस्वजीत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में सरकार मौत की जांच के लिए याचिका दायर की है।
19 अगस्त को सीबीआई जांच के मिले थे निर्देश
अभिजीत सरकार की टीवी केबलतार से गला घोट कर हत्या की गई थी। इस मामले पर राष्ट्र मानवाधिकार की एक रिपोर्ट के आधार पर कोलकाता उच्च न्यायालय ने राज्य चुनाव के बाद हिंसा के दौरान दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच के लिए सीबीआई को निर्देश जारी किए थे।