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चीन की हाइपरसोनिक मिसाइल चाल, फेल होगा भारत का S-400 !

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भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्‍टम को करारा जवाब देने के लिए चीन पाकिस्‍तान को अपनी हाइपरसोनिक मिसाइल DF-17 बेच सकता है। यही नहीं उत्‍तर कोरिया के जरिए भी चीन पाकिस्‍तान को हाइपरसोनिक मिसाइल दे सकता है।

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पाक को हाइपरसोनिक मिसाइलें बेच सकता है चीन

भारत के S-400 की तैनाती से टेंशन में आया चीन इसकी काट के लिए अपने ‘आर्थिक गुलाम’ पाकिस्‍तान को DF-17 हाइपरसोनिक मिसाइलें बेच सकता है। भारत ने हाल ही में रूस से मिले अपने S-400 एयर डिफेंस सिस्‍टम को पाकिस्‍तान की सीमा के पास तैनात किया था। भारतीय S-400 अप्रैल महीने से पूरी तरह से काम करना शुरू कर सकता है।

क्या कहना है एक्सर्पट का?

विश्‍लेषकों के मुताबिक भारत को जवाब देने के लिए चीन S-400 के शक्तिशाली रेडॉर की पकड़ में आसानी से नहीं आने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल को या तो खुद या फिर उत्‍तर कोरिया के रास्‍ते पाकिस्‍तान को बेच सकता है।

अमेरिका एक्सर्पटस का आंकलन

अमेरिका के अंतरराष्‍ट्रीय आकलन और रणनीति केंद्र के एक वरिष्‍ठ फेलो रिचर्ड डी फिशर ने एक साक्षात्‍कार में यह चौंका देने वाला दावा किया है। फिशर ने कहा कि चीन या तो डीएफ-17 को बेच सकता है या फिर पाकिस्‍तानी हाइपरसोनिक मिसाइल प्रोग्राम में ठीक उसी तरह से मदद कर सकता है, जैसा कि उसने उत्‍तर कोरिया की मदद की है। उत्‍तर कोरिया ने हाल ही में नई हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है।

एस-400 से हाइपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक करना नहीं आसान?

चीन की डीएफ-17 हाइपरसोनिक मिसाइल ध्‍वनि की 5 गुना रफ्तार से हमला करती है और एस-400 के रेडॉर से उसे ट्रैक करना आसान नहीं होता है। चीन और भारत दोनों ही S-400 का इस्‍तेमाल करते हैं और ड्रैगन को इसकी खूबी और कमजोरी दोनों ही पता है। पाकिस्‍तान भारत के एस-400 एयर डिफेंस सिस्‍टम के आने से घबराया हुआ है, जो खुद उसके हवाई क्षेत्र में उड़ रहे विमानों को भी मार गिर सकता है। एस-400 के एक्टिव रहने पर पाकिस्‍तान अपने पूरे हवाई क्षेत्र का इस्‍तेमाल नहीं कर पाएगा।

भारत के एस-400 से ड़र गया है पाकिस्तान

एस-400 में 40 किमी से लेकर 400 किमी तक मार करने वाली मिसाइलें लगी हुई हैं। ये मिसाइलें एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल, बम और कुछ अन्‍य तरह की मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम हैं। फिशर कहते हैं, ‘इस बात की पूरी आशंका है कि जिस तरह से चीन ने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने में उत्‍तर कोरिया की मदद की है, ठीक उसी तरह से वह पाकिस्‍तान की इस क्षेत्र में मदद कर सकता है या फिर उसे डीएफ-17 बेच सकता है। चीन के पास अब एक विकल्‍प है कि वह उत्‍तर कोरिया को पाकिस्‍तान को हाइपरसोनिक मिसाइल बेचने दे।

एस-400 से निपटने में तुर्की भी कर सकता है मदद

अमेरिका के खुफिया विभाग का अनुमान है कि चीन की डीएफ-17 मिसाइल की मारक क्षमता 2500 किमी है और यह ध्‍वनि की रफ्तार से 5 या 10 गुना की स्‍पीड से हमला करती है। इसे गुआम किलर मिसाइल भी कहा जाता है। चीन इस हाइपरसोनिक मिसाइल को पहले ही अपनी सेना शामिल कर चुका है।

 

पाकिस्‍तानी विश्‍लेषकों ने दलील दी थी कि भारत के एस-400 के जवाब में पाकिस्‍तान को हाइपसोनिक हथियार विकसित करना चाहिए। पाकिस्‍तानी विशेषज्ञों ने कहा कि भारत के एस-400 से निपटने में तुर्की भी मदद कर सकता है जो पहले से ही इसका इस्‍तेमाल कर रहा है।

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