प्योंगयांग। दक्षिण कोरिया में 9 फरवरी से होने वाले विंटर ओलिम्पिक में उत्तर कोरिया भी भाग ले रहा है। सनकी किंग किम जोंग उन के इस फैसले पर सबसे ज्यादा कोई हैरान है तो वह है उत्तर कोरिया की जासूस किम ह्विन-हुई। साल 1998 में दक्षिण कोरिया में हुए ओलिम्पिक से पहले उन्होंने दक्षिण कोरियाई विमान में बम लगा दिया, जिसमें 115 लोगों की मौत हो गई थी। किम ने हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में उत्तर कोरिया को लेकर एेसा खरनाक व चौंकाने वाला खुलासा किया है कि दुनिया हैरान है। उनका कहना है कि उत्तर कोरिया का आखिरी मक़सद अपना परमाणु कार्यक्रम पूरा करना है, खेल उनके लिए एक ढोंग है।
किम ह्विन-हुई ने कहा कि उत्तर कोरिया को सिर्फ बातों से ही नहीं बदला जा सकता, उसके लिए दबाव की रणनीति ही कारगर हो सकती है। इंटरव्यू में किम ने विमान में बम लगाने के बारे में बताया और कहा कि उनके पास एक छोटा जापानी रेडियो था, जिसमें मैंने बम का डेटोनेटर लगाया था। उसके बगल में एक प्लास्टिक का बैग रखा था, जिसमें लिक्विड बम था, जो मैंने विमान की शेल्फ में रख दिया था। इस धमाके में 115 लोगों की मौत हो गई थी, बाद में साल 1989 में एक दक्षिण कोरियाई अदालत ने किम को मौत की सजा सुना दी, लेकिन बाद में राष्ट्रपति रो ते-वू ने उन्हें माफी दे दी। हमला करने में किम के साथ एक पुरुष भी शामिल था।