National Girl Child Day 2002 || भारत में हर वर्ष आज यानी 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाए जाने की शुरुआत 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई थी। दरअसल राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में 24 जनवरी के दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि इस दिन देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बतौर प्रधानमंत्री पहली बार शपथ ली थी। इस मौके पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसमें लड़कियों के बचाव, उनके स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जनता के बीच जागरूकता फैलाई जाती है।
क्योंकि अभी भी देश में कई ऐसी जगह है जहां लोगों की सोच काफी छोटी है, अभी भी ऐसे कई परिवार है जो बेटियों को जन्म नहीं देना चाहते हैं। उनकी गर्भ में ही हत्या कर देते हैं और यदि गलती से बेटी का जन्म हो जाता है तो उस घर में खुशियां नहीं बनाई जाती।
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का क्या है उद्देश्य
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का सबसे बड़ा उद्देश्य समाज में लोगों के बीच बेटियों को लेकर जागरूकता पैदा करना है। बेटियों को उनके अधिकार, लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य-पोषण के बारे में बताना है। लड़कियों को लड़की के बराबर बनाना है और उनके अधिकारों की रक्षा करनी है। लड़कियों में यह आत्मविश्वास जगाना है कि वह किसी से कम नहीं है। बल्कि वह हर मुश्किल का सामना अकेले कर सकती। उन्हें अब अपनी रक्षा के लिए किसी और की जरूरत नहीं वह खुद की रक्षा खुद कर सकती है।
2008 में हुई थी राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत
राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत 2018 में महिला एवं बाल मंत्रालय द्वारा की गई थी। सबसे हर वर्ष 24 जनवरी को सभी राज्य में अलग-अलग प्रकार से राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाया जाता है राज्य सरकारों की ओर से प्रदेश में महिलाओं एवं लड़कियों के प्रति जागरूकता से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन होता है। आपको बता दें हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस को लेकर एक नई थीम की घोषणा की जाती है। साल 2021 में “डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी” साल 2020 में “मेरी आवाज, हमारा समान भविष्य” थी। फिलहाल 2022 में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर किसी प्रकार की नई टीम की घोषणा नहीं की गई है।
24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में क्यों चुना गया
आपको बता दें 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में इसलिए चुना गया क्योंकि 1996 में 24 जनवरी के दिन इंदिरा गांधी ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। यही कारण है कि महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से एवं इतिहास के इस दिन को खास बनाने के उद्देश्य से 24 जनवरी का अध्ययन राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में चुना