दुनिया में कई तरह के अजीबो – गरीब किस्से सुनने को मिलते हैं। जिन पर भरोसा करना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन यह सच है।
यह है मधुमक्खियों का राजा
युगांडा के नदिसाबा का दावा है कि वो मधुमक्खियों के राजा हैं। रानी मधुमक्खी से लेकर उनकी पूरी कॉलोनी नदिसाबा के एक इशारे पर चलती है। हैरानी की बात ये है कि वो पिछले 30 सालों से अपने शरीर पर मधुमक्खियां पाल रहे हैं और उन्हें ये ज़हरीली मधुमक्खियां काटती भी नहीं हैं।
मधुमक्खी की करते हैं खोज
नदिसाबा कहते हैं कि, ‘मुझे मधुमक्खियों को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहले रानी मधुमक्खी खोजनी होती है। जिसके बाद मैं अन्य मधुमक्खियां मेरे शरीर पर आकर्षित होती हैं।’ इस टेक्नीक से पूरे छत्ते की मधुमक्खियों को अपनी ओर खींच लेता हूँ। रानी मधुमक्खी को बदन से चिपके रखे के लिए वे अपनी कमर के चारों ओर एक तार के टुकड़े की मदद ली जाती है। जिसके बाद अपनी रानी की रक्षा के लिए बाकी मधुमक्खियां उसकी ओर आती हैं और उसके चारों ढाल की तरह चिपक जाती हैं। नादिसाबा कहते हैं ‘मैं मधुमक्खी पालना अच्छे से जानता हूं, लिहाजा वे मुझे कभी नहीं काटती हैं। ‘
करते हैं अच्छी कमाई
नदिसाबा मधुमक्खियों का शहद बेचकर अच्छी कमाई कर लेतें हैं। मधुमक्खियां उन्हें काटें न इसके लिए थोड़ी -थोड़ी देर में उन पर चीनी का चाशनी का स्प्रे करते हैं। जिससे मधुमक्खियों का पेट भरा रहे और वे उन्हें डांक ना मारे।
कान-नाक को कर लेते हैं बंद
वह कान और नाक को इस दौरान रुई से बंद कर लेते हैं। ताकि वहां कोई मधुमक्खी ना घुस सके। साथ ही आंखों के नीचे और होठों पर वैसलीन लगा लेते हैं ताकि वहां मधुमक्खियों को रेंगने से रोका जा सके।