नई दिल्ली। पटना में जनसभा को संबोधित करते हुए जदयू के नेता शरद यादव की जुबान कुछ ऐसी फिसली की वो आलोचनाओं के घेरे में आ गए। हालांकि उन्होंने बुधवार को मामले को तूल पकड़ता देख अपनी सफाई भी दे डाली। उन्होंने कहा, मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया जैसे बेटियों से प्यार वैसे ही वोट से प्यार है। मैंने सही तुलना की थी।
मंगलवार को पटना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शरद यादव ने कहा कि बेटी की इज्जत जाएगी तो सिर्फ गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी लेकिन अगर एक बार वोट बिक गया तो देश की इज्जत चली जाएगी। भारत खबर ने इस बयान पर राय जानने के लिए कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि जिस ढंग से अपनी बात रखी उसे कोई पसंद नहीं करेगा।