नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद अब एक बार फिर से राज्य में सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि आखिर राज्य में किसकी सरकार बनेगी। इन अटकलों के बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलने का मन बना रही हैं। बता दें कि महबूबा इन दिनों दिल्ली में हैं और वे सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर सकती है।
सरकार बनाने के लिए चाहिए 44 विधायकों का समर्थन
आपको बता दें कि 89 सदस्यों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों की जरूरत है जहां जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस के पास 12 विधायक हैं, जबकि पीडीपी के पास 28 विधायक हैं। अगर कांग्रेस और पीडीपी साथ भी आ जाते हैं तो दोनों का कुल जोड़ 40 बनता है जो बहुमत से 4 कम है। ऐसे में उन्हें 4 और विधायकों की आवश्यकता होगी। तीन निर्दलीय विधायकों के अलावा एक विधायक सीपीआई-एम और एक विधायक जेकेपीडीएफ के है।
गुलाम नबी आजाद ने गठबंधन पर जताया कड़ा विरोध
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा के समर्थन वापस लेने से सत्ता से बाहर हुई पीडीपी के साथ किसी तरह के गठबंधन का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। वहीं उन्होंने पीडीपी के किसी नेता से मिलने से भी इनकार किया है।