मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के ‘घोषणा पत्र’ ने सियासी युद्ध खड़ा कर दिया है। बता दें कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में सरकारी दफ्तरों पर RSS की शाखा प्रतिबंधित करने का वादा किया है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस वादे पर हमलावर हो गई है। इसी को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी ने कांग्रेस के इस वादे का विरोध किया है।
इसे भी पढे़ःचुनाव आयोग ने 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल पर लगई रोग
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया है। संबित पात्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि इन दिनों कांग्रेस का एक ही एजेंडा है। वह यह है कि मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे।भोपाल से बीजेपी सांसद आलोक संजर ने भी कहा कि आरएसएस की शाखाएं मैदानों में लगती है या फिर संघ की अपनी सम्पत्ति में ना कि शासकीय भवनों लगती हैं।
संजर ने कहा कि आरएसएस की शाखाओं में राष्ट्रवाद सिखाया जाता है।उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस को याद दिलाना चाहते हैं कि देश मे कोई भी आपदा आती है तो सबसे पहले RSS का स्वयंसेवक वहां पहुंचता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के इस वादे का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
चिदंबरम ने कहा कि आरएसएस एक राजनीतिक संस्था है। यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो कांग्रेस ने घोषणा पत्र में कहा है कि सरकारी इमारतों में संघ की शाखाओं को बंद किया जाएगा। चिदंबरम ने कहा कि मुझे इसमें कुछ भी गलत नहीं लगता है कि सरकारी कर्मचारी जब तक नौकरी कर रहे हैं तब तक उन्हें खुले रूप से किसी भी राजनीतिक दल के साथ नहीं आना चाहिए।