एजेंसी, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को चेतावनी संदेश देने के लिए नरेंद्र मोदी ने ओमान- ईरान का रास्ता चुनते हुए बिश्केक जाने का फैसला किया। हालाकि किर्गिस्तान यात्रा के लिए पाकिस्तान ने 72 घंटे तक हवाई क्षेत्र खुला रखा था।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी 13 और 14 जून को शंघाई समिट में शामिल होने के लिए बिश्केक गए हैं। पाकिस्तान सरकार ने कहा था कि भारत के इनकार के बाद भी वह सद्भाव पूर्ण रवैया रखते हुए मोदी के वीवीआईपी एयरक्राफ्ट से किर्गिस्तान जाने-आने के लिए विशेष रूप से हवाई क्षेत्र खुला रखेगा। लेकिन भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है।
इमरान खान से नहीं होगी कोई मुलाकात
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वीवीआईपी विमान के बिश्केक जाने के लिए दो विकल्प हैं। ओमान और ईरान के रास्ते जाने का फैसला लिया है। कहा जा रहा था कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए भारत-पाक के प्रधानमंत्री शंघाई समिट के इतर मुलाकात कर सकते हैं। लेकिन इन अटकलों पर फिलहाल रोक लग गई है।
26 फरवरी को बालाकोट में जैश के ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद भारत-पाक ने एक-दूसरे के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिए थे। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत के लिए पूर्वी सीमा के हवाई क्षेत्र में लगाए गए बैन की समयसीमा को 28 जून तक बढ़ा दिया है। पाकिस्तान ने भारत के लिए 11 में सिर्फ दो मार्ग खोले थे, जो दक्षिण पाकिस्तान के ऊपर से होकर गुजरते हैं।