नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला और कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर झूठ बोलना बंद कर देना चाहिए और इसे लागू करके दिखाना चाहिए।
What Modiji is calling One Rank One Pension is only a pension enhancement not One Rank One Pension.So Modiji pl stop lying & implement OROP pic.twitter.com/7KIeDAdY0r
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 4, 2016
राहुल ने सरकार से मांग की कि वह पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल के परिवार से माफी मांगे। ग्रेवाल ने ओआरओपी लागू करने की मांग को लेकर बुधवार को जंतर मंतर पर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद ग्रेवाल के परिवार के साथ पुलिस ने कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर पिछले दो दिनों के दौरान तीन बार हिरासत में लिए जा चुके हैं। उन्होंने यहां कांग्रेस मुख्यालय में करीब 80 पूर्व सैनिकों से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “पूर्व सैनिकों का कहना है कि मोदी जी जिसे ओआरओपी कह रहे हैं, वह सिर्फ पेंशन वृद्धि है। इस बात को सेना के अधिकारी, जनरल सभी जानते हैं।”
राहुल ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी आप झूठ बोलना बंद कीजिए और ओआरओपी लागू कर के दिखाइए।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सवाल किया, “यदि आप (प्रधानमंत्री मोदी) ने ओआरओपी लागू कर दिया है, तो ये पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर आंदोलन क्यों कर रहे हैं? सच्चाई यह है कि सरकार ने ओआरओपी लागू ही नहीं किया है।”
गौरतलब है कि पूर्व सैनिकों ने इस योजना में विसंगतियों को दूर करने के लिए मंगलवार से जंतर मंतर पर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की है।
यह योजना सितंबर 2015 में घोषित की गई थी, जिसके तहत अन्य सुविधाओं के साथ ही समान रैंक और समान अवधि के बाद सेवानिवृत्त हुए सैनिकों को समान पेंशन सुनिश्चित कराना है। लेकिन सेवानिवृत्त सैनिकों का आरोप है कि सरकार ने पेंशन भुगतान में अंतर को लेर उनकी चिंताओं को पूरी तरह दूर नहीं किया है।
यह मुद्दा उस समय राजनीतिक संघर्ष का रूप ले लिया, जब राजपूताना राइफल्स के पूर्व सुबेदार ग्रेवाल (70) ने मंगलवार शाम दिल्ली के एक पार्क में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। ग्रेवाल के शोकसंतप्त परिवार से मिलने की कोशिश में राहुल गांधी बुधवार को हिरासत में ले लिए गए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी हिरासत में ले लिया गया था।
राहुल उन नेताओं में भी शामिल रहे, जो ग्रेवाल के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने उनके गांव पहुंचे। गांधी ने जब दिल्ली में जंतर मंतर पर बुधवार को पूर्व सैनिकों की रैली में शामिल होने की कोशिश की तो उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया गया।
राहुल ने कहा, “पूर्व सैनिकों ने सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही है कि यह पैसे का मुद्दा नहीं, बल्कि उनके सम्मान का सवाल है, न्याय का सवाल है। उनकी कई मांगें हैं, ओआरओपी की मांग है, 7वां वेतन आयोग लागू करने की मांग है, जिसे सरकार को हर हाल में पूरा करना चाहिए।”
राहुल ने कहा, “पूर्व सैनिकों ने यह भी कहा कि यदि सरकार उनसे साफ-साफ कह दे कि वह उन्हें उनके पैसे नहीं दे सकती, तो वे इसकी मांग हरगिज नहीं करेंगे।”
राहुल ने आगे कहा, “लेकिन देश में जय जवान जय किसान का नारा लगता है, और यह सरकार न तो देश के किसानों का सम्मान कर रही है, और न जवानों का। मगर उद्योगपतियों को 110,000 करोड़ रुपये दे चुकी है। यह ठीक नहीं है।”
राहुल ने आरोप लगाया कि ओआरओपी को लेकर आत्महत्या कर चुके पूर्व सैनिक ग्रेवाल के परिजनों को बुधवार को घसीटा गया, उन्हें पीटा गया, उन्हें एक पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया। राहुल ने कहा, “यह ठीक नहीं है। किसी भी सरकार को अपनी जनता के साथ ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए, सैनिकों के साथ तो कत्तई नहीं, जो देश के लिए अपनी जान देते हैं। सरकार इसके लिए माफी मांगे।”