नई दिल्ली: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन आग की तरह फैलता नजर आ रहा है और इसके साथ ही यह आंदोलन हिंसक भी हो गया है। बीते दिनों आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के 15 जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए है। मराठा आंदोलन को लेकर आज मुंबई समेत आसपास के जिलों में बंद का एलान किया गया है। आज मुंबई, नवी मुंबई, पालघर, ठाणे, कल्याण, सातारा, नासिक में बंद का ऐलान किया गया है। इस दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन का एलान किया गया है। मुंबई में स्कूल, कॉलेज और लोकल सेवा पर बंद का असर नहीं होगा।
मराठा आंदोलन को लेकर सबसे ज्यादा प्रभावित औरंगाबाद रहा है। दरअसल पिछले दो दिन में हुई हिंसा की शुरुआत औरंगाबाद में एक आंदोलनकारी की आत्महत्या के बाद हुई है। परसों औरंगाबाद में काकासाहेब शिंदे ने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी थी जिसके बाद आंदोलन और भी ज्यादा हिंसक हो गई है।
बीते दिनों औरंगाबाद में एक युवक ने जान देने के लिए नदी के सूखे हिस्से में छलांग लगा दी जो फिलहाल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। इसके बाद बीते दिनों उस्मानाबाद में पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि औरंगाबाद में शिवसेना सांसद चंद्रकांत खरे के साथ आंदोलनकारियों ने बदसलूकी की और उन्हें भगा दिया गया। उनपर पथराव भी किया गया।
महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन हुआ हिंसक,आंदोलनकारियों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ी को किया आग के हवाले
क्या है मराठा समाज की मांग
वहीं मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक रविन्द्र पाटिल ने कहा है कि जब तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मराठा समुदाय से माफी नहीं मांग लेते हम अपना प्रर्दशन जारी रखेंगे। हम औरंगाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में आज बंद रखेंगे। फडणवीस ने पंढरपुर के मंदिर की अपनी यात्रा मराठा संगठनों की इस धमकी के बाद स्थगित कर दी कि वे कार्यक्रम में बाधा पहुंचायेंगे।
आपको बता दें कि मराठा समाज 16% आरक्षण की मांग कर रहा है। ये समाज पिछड़ा वर्ग के तहत सरकारी नौकरी, शिक्षा के क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग कर रहा है। महाराष्ट्र में मराठा आबादी 33% है यानी करीब चार करोड़ है। ऐसे में कोई भी सरकार इस समाज को नाराज नहीं कर सकती। वहीं इस आंदोलन का नेतृत्व मराठा क्रांति मोर्चा कर रहा है।
ऋतु राज