नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय शिविर को खिलाड़ियों के लिए बेहतर बताते हुए कहा कि इस सत्र में हमारे सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं और हम इसके लिए शिविर के जरिए खुद को सर्वश्रेष्ठ तरीके से तैयार करेंगे। भारतीय टीम ने 2017 के सत्र का समापन ओडिशा पुरूष हॉकी विश्व लीग फाइनल में कांस्य पदक जीतकर किया था। इसके बाद वर्ष 2018 की शुरूआत में न्यूजीलैंड में आयोजित चार देशों के आमंत्रण हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रही थी। इस प्रतियोगिता में भारत ने विश्व की नंबर 3 टीम बेल्जियम, न्यूजीलैंड और जापान जैसी टीमों को सामना किया था।

बता दें कि इसके बाद सुल्तान अजलान शाह कप और राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों के लिए राष्ट्रीय शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 33 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। कप्तान मनप्रीत ने वर्ष 2018 में आने वाले चुनौतियों को लेकर कहा कि हमने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन इस साल हम एशियाई खेलों में अपने खिताब की रक्षा करने उतरेंगे, जो टोक्यो 2020 के ओलंपिक के लिए सीधा क्वालीफाइंग मुकाबला होगा। हम इसके लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। उन्होने कहा कि हमारी रक्षा पंक्ति थोड़ी कमजोर है और हम उस पर काम कर रहे हैं।
वहीं इस शिविर में डिफेंस को सुधारना हमारी प्राथमिकता होगी। आधुनिक खेल में, रक्षापंक्ति की मजबूती पर निर्भर होता है कि टीम के रूप में आप कितने अच्छी तरह से बचाव कर सकते हैं। फिटनेस को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार खेलने के लिए, अपनी फिटनेस का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है। हमें पांच महत्वपूर्ण टूर्नामेंट खेलते हैं, इसलिए शिविर के दौरान हम फिटनेस स्तरों पर काम करना जारी रखेंगे। फिटनेस टर्फ पर पहुंचाने के लिए सर्वोपरि है, और मुझे विश्वास है कि इस वर्ष हम हर चुनौतियों पर विजय पाएंगे।