गोंडा। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने अपने रेसलर्स के लिए अनुबंध प्रणाली की शुरुआत की है। इसके तहत भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट व पूजा ढांडा को ग्रेड ए में शामिल किया गया है। इन तीनों पहलवानों को एक वर्ष में इस अनुबंध के तबत 30 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं ग्रेड बी में ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार और साक्षी मलिक दो शामिल किया गया है। इन्हें एक वर्ष में 20 लाख रुपए दिए जाएंगे।
बता दें कि सुशील व साक्षी इन दिनों अच्छी फॉर्म में नहीं हैं जिसकी वजह से ये दोनों ग्रेड ए में जगह नहीं बना पाए। वहीं दूसरी तरफ इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि बजरंग व विनेश जिन्होंने इस वर्ष कॉमवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था उन्हें टॉप ग्रेड में रखा जाएगा। पूजा ढ़ांडा भारत की चौथी महिला पहलवान बनीं थी जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीता था। इस अनुबंध की समीक्षा एक वर्ष के बाद की जाएगी। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की ओर से मान्यता प्राप्त एकमात्र राष्ट्रीय खेल महासंघ है जिसने अपने खिलाड़ियों के लिये अनुबंध की पेशकश की है और ऐसा करने वाली बीसीसीआई के बाद दूसरी खेल संस्था है।
वहीं ग्रुप सी कैटेगरी में संदीप तोमर, साजन (ग्रीको रोमन), विनोद ओम प्रकाश, रितु फोगाट, सुमीत मलिक, दीपक पूनिया और एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज जीतने वाली दिव्या काकरन का शामिल किया गया है। इन्हें एक वर्ष में 10 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। वहीं ग्रुप डी में शामिल रेसलर्स को पांच लाख रुपए दिए जाएंगे। इस ग्रुप में राहुल आवाले, सचिन राठी, नवीन के अलावा ग्रीको रोमन के पहलवान विजय, रवि कुमार, सिमरन, मानसी और अंशू मलिक को शामिल किया गया है।
साथ ही इसकी घोषणा डब्ल्यूएफआइ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह ने की। उन्होंने कहा कि सुशील ने देश में कुश्ती को नई पहचान दी और उन्होंने ओलंपिक में दो मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। सुशील को ग्रेड बी में इसलिए रखा गया है क्योंकि उन्होंने काफी कम मुकाबलों में हिस्सा लिया है साथ ही उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा था। वहीं साक्षी के प्रदर्शन में भी गिरावट देखने को मिली, लेकिन ये दोनों अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर ग्रुप ए में जगह बना सकते हैं।