अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर सभी पार्टियां काफी गंभीर हैं। बंगाल में भी 2019 के आम चुनावों को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। राज्य में रामनवमी के अवसर पर दोंनों पार्टियों का शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। लेकिन बीजेपी और हिंदू संगठनों के प्रतिबंध के बावजूद रामनवमी के दिन हथियारों के साथ जुलूस निकालने को लेकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी नाराज़ हो गईं और उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
सोमवार शाम दिल्ली के लिए निकलने से पहले ममता ने 24 परगना जिले में कहा, ‘क्या भगवान राम ने पिस्टल और तलवार के साथ जुलूस निकालने के लिए कहा है? कुछ लोग भगवान राम का नाम बदनाम कर रहे हैं. क्या हमारे प्रशासन को ऐसी गुंडागर्दी के सामने घुटने टेक देने चाहिए? उन्होंने यह बात दक्षिण 24 परगना जिले में प्रशासनिक मीटिंग के दौरान कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ शरारती तत्व हाथों में हथियार लेकर घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें याद रहे यह बंगाल है और ये हमारी संस्कृति नहीं है। इससे आगे ममता ने कहा, ‘मैंने पुलिस को आदेश दिया है कि सभी उपद्रवियों को आर्म्स एक्ट के तहत पकड़ा जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।’ ममता ने कहा कि जिसने कानून तोड़ा है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि 25 मार्च को रामनवमी के मौके पर बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल जैसे हिंदूवादी संगठनों ने राज्य भर में कई जुलूस निकाले और ज्यादातर में लोग हथियारों के साथ शामिल हुए। कड़ी सुरक्षा के बावजूद पुरुलिया में दो गुटों के बीच टकराव होने की खबर आई, जहां चार पुलिस कर्मी घायल हो गए।