नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कमलनाथ को राज्यपाल आनंदीबेन ने दिलाई। कमलनाथ ने शपथ ग्रहण समारोह में मायावती और ममता बनर्जी के ना आने की वजह बताई। साथ ही उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने के पीछे ममता बनर्जी और मायावती की जायज वजह हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने खुद मायावती से बात की थी। उनकी कोई नस खींच गई है। उन्होंने बताया कि वे अपने डॉक्टर से बात करेंगी। ऐसा नहीं है कि वे किसी तरह के संकेत दे रही हैं, उनकी यह वास्तविक स्वास्थ्य समस्या है।
साथ ही उन्होंने बताया कि जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की बहुमत से कम सीटें आई तो उन्होंने मायावती से बात की और समर्थन के लिए आग्रह किया। कमलनाथ ने कहा, ‘इस प वह तुरंत सहमत हो गईं। मैं इसके लिए उनका आभारी हूं। उन्होंने स्थानीय पार्टी नेताओं को मुझे अपना समर्थन पत्र देने के लिए भेजा।’साथ ही उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव से बात की गई तो उन्होंने आने का वादा किया था। अखिलेश के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे तीन दिन पहले बात की थी। जहां तक मुझे जानकारी है वह आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी मुखिया ने भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन का एलान किया था। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपना समर्थन पत्र व्हॉट्सऐप से भेज दिया था।
बता दें कि ममता बनर्जी के बारे में कमलनाथ ने बताया कि आज उनकी मां की पुण्यतिथि है। उन्होंने कहा ‘उनकी माता की पुण्यतिथि है और पूजा चल रही है। मैंने ममता बनर्जी से बात की थी। हमने चर्चा की थी कि क्या वे पूजा के बाद आ सकती हैं। लेकिन हमारे एक ही दिन में तीन शपथ ग्रहण समारोह हैं और समय आगे बढ़ाने संभव नहीं है। यह कोई बहाना नहीं है। वह वाकई आना चाह रही थीं।’बता दें, सोमवार सुबह गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी दलों के नेता पहुंचे थे।
वहीं शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी शामिल हुए. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, भूपेंद्र हुड्डा, सिद्धरमैया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई, नवजोत सिंह सिद्धू, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेतागण भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे. शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं।