नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होती ही नोटबंदी के खिलाफ सरकार को संसद से सड़क तक घेरने के लिए विपक्ष ने कमर कस ली है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नोटबंदी के खिलाफ आज विपक्ष के कुछ दलों ने विरोध प्रदर्शन कर मार्च निकाला। यह मार्च टीएमसी की अगुवाई में संसद से राष्ट्रपति भवन तक निकाला गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद इस मार्च की अगुवाई कर रही हैं।
इस मार्च में ममता के साथ आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान भी हैं, वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला को भी देखा गया है। बड़ी बात ये की सरकार की सहयोगी शिवसेना भी नोटबंदी के खिलाफ इस मार्च में ममता का साथ दे रही है। वहीं कांग्रेस और वाम दलों ने ममता के विरोध प्रदर्शन से दूरी बनाई रखी।
इस मार्च के जरिए ममता ने राष्ट्रपति के सामने नोटबंदी की खिलाफत की, राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद ममता ने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला तुरंत वापस होना चाहिए। ममता ने कहा कि इस फैसले से कई लोगों की जानें भी जा चुकी हैं। वहीं सरकार पर हमला करते हुए ममता ने कहा कि ये फैसला बिना तैयारी के जल्दबाजी में लिया गया है।