प्रयागराज: इफको फूलपुर इकाई में 23 मार्च को हुई बायलर फटने की घटना में तीन मजदूरों के मरने और 1 दर्जन के घायल होने पर उच्च प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई की है।
कार्रवाई करते हुए उच्च प्रबंधन ने बुधवार को फूलपुर इकाई के प्रमुख कार्यकारी निदेशक एम मसूद सहित कुल 11 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। उच्च प्रबंधन ने महाप्रबंधक कार्मिक और प्रशासन संजय कुदेसिया को इकाई की नई जिम्मेदारी दी है।
कठोर कार्रवाई से मचा हड़कंप
इस कार्रवाई से इफको खाद कारखाने में हड़कंप मच गया है। इफको के इतिहास में निलंबित होने वाले पहले इकाई प्रमुख होंगे जिनके खिलाफ इतना कठोर कदम उच्च प्रबंधन द्वारा उठाया गया है।
प्रथम दृष्टया पाए गए दोषी
बता दें कि इस मामले में सरकार द्वारा गठित कई जांच कमेटिया अलग से जांच कर रही हैं। लेकिन प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी द्वारा दो उच्च अधिकारियों की आंतरिक जांच कमेटी ने जांच करने के बाद प्रथम दृष्टा यहां के प्रबंधक की लापरवाही पाई गई।
जिससे इतना बड़ा हादसा होने का कारण बताया गया। जिसके परिणाम स्वरूप प्रबंधन निदेशक ने इकाई प्रमुख सहित कुल 11 अधिकारियों के निलंबन का निर्णय लिया है।
ये अधिकारी हुए निलंबित
निलंबित होने वाली अधिकारियों में इकाई प्रमुख के अलावा टी रामा कृष्णा, जेजीएम यूटिलिटी अरुण दीक्षित, मुख्य प्रबंधक पावर भूवनचंद्र, डिप्टी मैनेजर पावर एस बी भारती, सीनियर मैनेजर मैकेनिकल आरआर विश्कर्मा, सीनियर मैनेजर यूरिया एके सिंह, चीफ मैनेजर पावर एंड सेफ्टी वाई एस यादव, मैनेजर पावर सुशील मिश्रा, चीफ ऑपरेटर बमलेश मिश्रा, चीफ ऑपरेटर एन राम काशी यादव शामिल है। प्रबंधन की इस बड़ी कार्रवाई से फूलपुर में हड़कंप मच गया है।
तीन महीने में हुईं दो बड़ी घटनाएं
गौरतलब है कि तीन महीने के अंदर फूलपुर में दो बड़ी घटनाएं हुईं जिसमें पहली अमोनिया रिसाव की घटना 23 दिसंबर 2020 में हुई थी।
इसमें दो अधिकारी मारे गए थे, दूसरी घटना 23 मार्च को हुई, जिसमें बॉयलर फटने से तीन मजदूर मर गए। उच्च प्रबंधन तीन महीनों में इन दोनों बड़ी घटनाओं से हिल गया और उदार प्रवृत्ति वाले प्रबंध निदेशक संस्था के ऊपर लगने वाले इस कलंक को समाप्त करने के लिए इतना बड़ा कदम उठाने के लिए बाध्य हो गया।