मुंबई से करीब 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने 50 लाख के इनामी नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे को भी मार गिराया है।
मारा गया 50 लाख के इनामी नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे
मुंबई से करीब 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को मार गिराया। C-60 यूनिट ने इस बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया। नक्सलियों के साथ इस मुठभेड़ में 4 जवान भी घायल हो गए। वहीं इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 50 लाख के इनामी नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे को भी मार गिराया है। मिलिंद तेलतुम्बडे भीमा कोरेगांव मामले में वांछित आरोपी था।
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तीन दशक से नक्सली गतिविधियों में शामिल था
खूंखार नक्सली मिलिंद तेलतुंबडे लगभग तीन दशक से नक्सली गतिविधियों में शामिल था। यवतमाल के वाणी गांव का रहने वाला मिलिंद तेलतुंबडे उर्फ कमांडर M उर्फ दीपक उर्फ सहयाद्रि एलगार परिषद मामले में फरार चल रहा था। तेलतुंबडे CPI (Moist) की सेंट्रल कमेटी सदस्य था। मिलिंद तेलतुम्बडे पर पुणे पुलिस के एल्गार परिषद-भीमा कोरेगांव जातिगत दंगों में शामिल था। एलगार परिषद मामले में मिलिंद तेलतुंबडे का भाई आनंद तेलतुंबडे गिरफ्तार किया जा चुका है। 2011 में मिलिंद तेलतुंबडे की पत्नी भी गिरफ्तार हुई थी। मिलिंद तेलतुंबडे जांभूलखेड़ा धमाके में भी आरोपी था।
ऑपरेशन प्लान कर अंजाम देता था मिलिंद तेलतुंबडे
शहरी इलाकों में नक्सली विचारधारा के प्रचार प्रसार में मिलिंद तेलतुंबडे की अहम भूमिका थी। शहरों में पिछड़े समाज के युवकों को नक्सल गैंग में रिक्रूट करने में भी मिलिंद तेलतुंबडे का अहम रोल था। मिलिंद तेलतुंबडे युवाओं को हत्यारों की ट्रेनिंग देना और ऑपरेशन प्लान कर उसे अंजाम देने का काम भी करता था। एमएमसी यानी महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एमएमसी गोरिल्ला जोन मिलिंद तेलतुंबडे ने ही बनाया था। मिलिंद तेलतुंबडे एमएमसी एरिया का रीजनल हेड था।