महाराष्ट्र में त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक दंगों के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। अमरावती, नांदेड और मालेगांव में भड़की हिंसा के बाद अमरावती में चार दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही वहां इंटरनेट सेवाएं बी बंद कर दी गई हैं।
हिंसा के बाद अमरावती में 4 दिन का कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद
महाराष्ट्र में त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक दंगों के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। अमरावती, नांदेड और मालेगांव में भड़की हिंसा के बाद अमरावती में चार दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही वहां इंटरनेट सेवाएं बी बंद कर दी गई हैं। अमरावती में दो दिनों से जारी हिंसा रविवार को कुछ थमती हुई नजर आई। हालात न बिगड़े इसको लेकर प्रशासन ने यहां शनिवार को ही धारा 144 लागू कर दी थी।
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‘महाराष्ट्र में निकाली गई रैलियों की होगी जांच’
हालांकि महाराष्ट्र सरकार की ओर से कहा गया की अमरावती में स्थिति नियंत्रण में है और हिंसा में कोई हताहत नहीं हुआ है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने कहा कि चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहें ना फैलें। दिलीप वाल्से ने कहा कि महाराष्ट्र में त्रिपुरा में हुई घटनाओं को लेकर निकाली गई रैलियों की जांच की जाएगी। और रैली के पीछे उनके मकसद का भी पता लगाया जाएगा।
नांदेड़ में पुलिस ने 35 लोगों को किया गिरफ्तार
वहीं इस हिंसा मामले में नांदेड जिले में पुलिस ने अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। नांदेड में शुक्रवार को पुलिस वैन पर पथराव किया गया था जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। हिंसा वजीराबाद इलाके और नांदेड़ शहर के देगलुर नाका में हुई थी, जिसमें लगभग एक लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
त्रिपुरा हिंसा के बाद निकाली गईं थी रैलियां
बता दें कि त्रिपुरा में हालिया हिंसा के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के विरोध में स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को आयोजित बंद का आयोजन किया था। उसी दौरान भीड़ ने कुछ दुकानों पर पथराव किया जिससे हालात बिगड़ गए। और देखते ही देखते एक बड़ी हिंसा हो गई। कई इलाकों में दुकानें जला दी गईं। शुक्रवार की हिंसा के विरोध में ही शनिवार को अमरावती में हिंदू समुदाय की ओर से प्रदर्शन का आयोजन किया गया।