लखनऊः अगर आप भी मैगी खाने के शौकीन हैं तो ये खबर आपको थोड़ा निराश कर सकती है। क्योंकि एक बार फिर से मैगी सुर्खियों में आ गई है। इस बार सुर्खियों में आने की वजह किसी द्वारा लगाया कोई आरोप नहीं, बल्कि कंपनी द्वारा दिया एक बयान है।
मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले ने खुद माना है कि कंपनी के 60 फीसदी प्रोडक्ट हेल्दी नहीं हैं। इस सूची में मैगी का नाम भी आता है। इस बार मैगी पर अनहेल्दी डाइट का आरोप न तो बाबा रामदेव ने लगाया है, न किसी फूड रेगुलेटर ने और न ही किसी कंपटीटर ने, बल्कि ये बात खुद नेस्ले कंपनी ने स्वीकार की है।
दुनिया की सबसे बड़ी फूड एंड ड्रिंक कंपनियों में शुमार नेस्ले ने ये चौंकाने वाला खुलासा अपनी एक रिपोर्ट्स में खुद किया है। कंपनी के इस खुलासे के बाद मैगी खाने वालों के बीच हडकंप मच गया है। रिपोर्ट में कंपनी ने बताया की उसके 60 फीसदी प्रोडक्ट्स हेल्दी कैटेगरी में नहीं आते हैं। कंपनी अब अपने प्रोडक्ट्स में पौष्टिकता की मात्रा बढ़ाने के लिए नई रणनीति तैयार कर रही है।