मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात को ग्वालियर भ्रमण किया और पीड़ित लोगों की दास्तान सुनी। इस दौरान सीएम शिवराज के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे।
सीएम शिवराज ने पीड़ित लोगों की सुनी दास्तान
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ग्वालियर शहर का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने रैन बसेरों और दीनदयाल रसोई का भी निरीक्षण किया। साथ ही संभागीय ग्रामीण हाट बाजार पहुंचकर महिला सशक्तिकरण की नई इबारत लिखी रही स्वयं सहायता समूह की दीदियों की सफलताओं की दास्तां सुनी।
आज ग्वालियर में बस स्टैंड स्थित रैन बसेरे की व्यवस्थाओं को देखकर संतोष हुआ। वहां ठहरने वालों के भोजन, सोने आदि की उचित व्यवस्था थी।
मेरा आग्रह है कि यह व्यवस्थाएं मेरे सभी गरीब भाई-बहनों के लिए हैं, आप इसका उपयोग कीजिये, स्वस्थ और सुरक्षित रहिये। pic.twitter.com/9XY8m1KBVK
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 24, 2022
वही सबसे पहले सीएम शिवराज एक बस स्टैंड परिसर पर स्थित रैन बसेरे में पहुंचे जहाँ उन्होंने निवासी लोगों के हाल-चाल लिए।
दीनदयाल रसोई का किया निरीक्षण
इसी के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बस स्टैंड परिसर में संचालित दीनदयाल रसोई पहुंचकर वहां भोजन कर रहे लोगों से बातचीत की। साथ ही सीएम शिवराज ने जरूरतमंद लोगों को कंबल भी वितरित की।
संभागीय ग्रामीण हाट बाजार के बाद सीएम शिवराज फूलबाग चौपाटी पहुंचे। जहां उन्होंने चटपटी लजीज व्यंजनों का स्वाद लिया।
नर सेवा ही नारायण सेवा है। सर्दी में मेरे गरीब भाई-बहनों को रैन बसेरे में ठहरने और भोजन आदि की व्यवस्था से राहत मिलती है। यह देख कर मन संतोष से भर जाता है।
आज ग्वालियर में बस स्टैंड स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण कर वहां ठहरे लोगों से व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं के संबंध में चर्चा की। pic.twitter.com/E4KuOcQrnD
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 24, 2022
वन स्टॉप सेंटर भवन निर्माण में देरी को लेकर जारी किया नोटिस
शहर भ्रमण के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जेएएच परिसर में 1 स्टेप सेंट्रल का जायजा लिया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सेंटर में वित्तीय ग्रसित महिलाओं को आश्रय दिया जाता है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वन स्टॉप सेंटर के भवन निर्माण में हो रही देरी को लेकर नाराजगी व्यक्त की। और पीआईयू के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।