मध्यप्रदेशः नशे की तरह दुरूपयोग होने वाली औषधियों के मामले में नियंत्रक खाद एवं औषधि प्रशासन सख्त हो गया है। प्रशासन ने इसकी रोकथाम के लिए अभियान छेड़ दिया है। सूबे में 23 दिसम्बर से औषधि निरीक्षकों के दल द्वारा नशे के रूप में उपयोग की जा सकने वाली औषधि के विक्रय संस्थानों का औचक निरीक्षक शुरू किया है।
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निरीक्षक दल ने पिछले दिनों भोपाल के तलैया, जहांगीराबाद, करोंद और लालघाटी स्थित मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनुज्ञप्तिधारी द्वारा मौके पर ही क्रय एवं विक्रय रिकॉर्ड नहीं उपलब्ध कराये जाने पर मेडीकल स्टोर्स को कोडीन, अल्प्राजोलम, नाइट्रावेट जैसे तत्व पाये जाने वाली दवाईयों का संग्रहण क्रय एवं विक्रय की अनुमति को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।
नशे की तरह प्रयोग होने वाले दवाइयां स्टोर करने वाले मेडीकल स्टोर्स पर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही दल ने थोक औषधि संस्थानों का निरीक्षण कर नशे के रूप में उपयोग की जा सकने वाली औषधियों की जानकारी समय-समय पर कार्यालय नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन को अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश भी दिये है।