मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में वृहद परियोजना नियंत्रण मंडल जल-संसाधन विभाग की 110वीं बैठक आज मंत्रालय में संपन्न हुई। बैठक में कुण्डलिया सिंचाई परियोजना की दांयी तट वितरण प्रणाली के डिजाईन बिल्ड ऑपरेट, बीना संयुक्त सिंचाई एवं बहुउद्देशीय परियोजना अंतर्गत बांध निर्माण, पार्वती कम्पोजिट ग्रेविटी बांध निर्माण और सीता नगर परियोजना अंतर्गत कंपोजिट ग्रेविटी बांध निर्माण के 1925 करोड़ के कार्यों की निविदाओं को स्वीकृति प्रदान की गई।
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कार्य की पूर्णता पर राजगढ़, सागर और दमोह जिले के कुल 2 लाख 18 हजार हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि परियोजनाओं का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हों और समय-सीमा में पूर्ण हों। कार्यों की निरंतर निगरानी की जाये।मुख्यमंत्री को बताया गया कि कुण्डलिया परियोजना के अंतर्गत काली सिंध नदी पर राजगढ़ जिले के विकासखंड जीरापुर के गांव सिरपोई में बांध निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है। बांध में सिंचित जल से 1 लाख 25 हजार हेक्टेर क्षेत्र में सिंचाई की जायेगी।
राजगढ़ में लगभग 65 हजार हेक्टेयर में उच्च-स्तरीय सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी
पेयजल के लिये 10 मिलियन घनमीटर और औद्योगिक उपयोग के भी लिये 15 मिलियन घनमीटर पानी उपलब्ध होगा। साथ ही, 30 मिलियन घनमीटर जल का प्रावधान पर्यावरण कार्यों के संरक्षण के लिये किया गया है।बैठक में बताया गया कि राजगढ़ में लगभग 65 हजार हेक्टेयर में उच्च-स्तरीय सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।आपको बता दें कि कार्य पूर्णता पर 64 हजार 656 हेक्टेयर दबावयुक्त एवं सूक्ष्म पाईप लाइन द्वारा सिंचाई की जल वितरण प्रणाली स्थापित की जायेगी।
राहतगढ़ के गांव गावरी के समीप बीना नदी पर बांध निर्माण प्रस्तावित है
परियोजना से राजगढ़ जिले के 255 ग्रामों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। बीना संयुक्त सिंचाई एवं उद्देश्यीय परियोजना अंतर्गत सागर जिले में राहतगढ़ के गांव गावरी के समीप बीना नदी पर बांध निर्माण प्रस्तावित है। बांध की कुल जल भराव क्षमता 270 मिलियन घनमीटर रहेगी।