लखनऊ: राजधानी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय (कलेक्ट्रेट) के बाहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया है। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिला पंचायत सदस्य अरुण रावत को नज़रबंद कर दिया गया है और उन्हें वोट भी नहीं डालने दिया गया है। प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने आरोप लगाया है कि उनकी प्रत्याशी विजयलक्ष्मी पुष्कर को भी नज़रबंद करके उनका मोबाइल फ़ोन ऑफ कर दिया गया है।
सपाइयों का आरोप- प्रत्याशी से मिलने नहीं दिया जा रहा
कलेक्ट्रेट के बाहर हंगामा कर रहे सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी प्रत्याशी विजयलक्ष्मी का कुछ भी अता-पता नहीं है। विजयलक्ष्मी के पति विधायक अम्बरीष सिंह पुष्कर को भी उनकी पत्नी ने नहीं मिलने दिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि मतगणना स्थल पर मनमाना व्यवहार किया जा रहा है, हम यहां से हटने वाले नहीं हैं, हम पुलिस-प्रशासन, डीएम और भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात सच साबित हुई : सुनील सिंह साजन
वहीं इनसब के बीच सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बात आज सच साबित हो रही है। उन्होंने कहा था कि अब मुकाबला बीजेपी से नहीं बल्कि जिले के डीएम और कप्तान से है। उन्होंने कहा, ‘समाजवादी पार्टी के लोगों ने डीएम के खिलाफ अपहरण का मुकादम दर्ज कराएंगे। अगर मुख्यमंत्री के अंदर नैतिकता बची हो तो वे इस मुक़दमे को दर्ज कर डीएम को जेल भेजें।’
बता दें की लखनऊ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी आरती रावत ने जीत हासिल की है। आरती रावत को 14 मत मिले हैं। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आरती रावत को प्रमाण पत्र सौंपा है।