लखनऊ: किसानों की समस्या पर लखनऊ स्थित यूपी प्रेस क्लब में सोमवार को किसान मजदूर मोर्चा ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान सरकार से फसलों के दाम और किसान हित बिल पर चर्चा करने जैसे विषयों को मुद्दा बनाया गया।
ब्याज सहित हो गन्ने का भुगतान
यूपी किसान मजदूर मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मांग रखी गई। इसमें कहा गया कि पिछले 2011 से लेकर अब तक गन्ना किसानों को ब्याज सहित पूरा भुगतान किया जाए। इतना ही नहीं, गन्ने के मूल्य ₹450 प्रति क्विंटल करने की मांग की गई। किसानों की मांग पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारतीय किसान यूनियन (बलराज) एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा बुलाई गई थी।
हर एक फसल का MSP गारंटी कानून
बीजेपी की सरकार के द्वारा तीन किसान कानून लागू किए गए। इसके बाद से लगातार दिल्ली के बॉर्डर पर केंद्र सरकार का विरोध हो रहा है। इसी सिलसिले में अब यूपी किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से कहा गया कि सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू होना चाहिए।
इतना ही नहीं इसके लिए एक गारंटी कानून भी सरकार पास करे। बढ़ती महंगाई पर भी संगठन की तरफ से आवाज उठाई गई, जिसमें कहा गया कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम कम किए जाए। खाद्य और कीटनाशक दवाओं के मूल्य को भी कम किए जाने की बात करेगी।
मांग पूरी ना होने पर प्रदर्शन
किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से कहा गया कि अगर उनकी मांगें 15 जुलाई तक नहीं मानी गई तो गन्ना आयुक्त कार्यालय के पास सभी प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि बीते 6 जुलाई से पूरे प्रदेश में अलग-अलग तहसील और मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। अभी तक इस मामले में प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिली है।