नई दिल्ली। कहते हैं जब दर्द दर्द से मिलता है तो रिश्ते अपने आप बन जाते हैं। कुछ ऐसा ही हो रहा है कुमार विश्वास और शिवपाल यादव के साथ। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवापल यादव के जन्मदिन के मौके पर आयोजित कवि सम्मेलन में आप पार्टी के नेता कुमार विश्वास भी पहुंचे।इटावा में आयोजित इस सम्मेलन में जब कुमार ने कविता के बाण चलाए तो दोनों के दर्द साफ नजर आने लगे।
कुमार अपनी कविताओं के लिए बहुत ही प्रसिद्ध हैं।कुमार के कविता पढ़ते समय शिवपाल यादव मंच पर मौजुद थे और बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुन रहे थे। कविता के दौरान कुमार ने कहा कि मैं और शिवपाल अपनी अपनी पार्टी के आडवाणी हो गए हैं। हम दोनों सिर्फ मुख्यमंत्री बनाने के काम आते हैं।
कुमार दिल्ली के सीएम और आप पार्टी के संयोजक से खासे नाराज हैं और कविता कहते हुए उन पर निशाना साधने से भी नहीं चूकें उन्होंने अपने अंदाज में कहा, ‘मेरे लफ्जों पे मरते थे वो अब कहते हैं…मत बोलो। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी को खड़ा करने में खून-पसीना एक कर दिया उनको ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
गौरतलब है की पीएम मोदी के पीएम बनने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को हाशिये पर धकलने की बात होती है और यही वजह है कि कुमार ने खुद को और शिवपाल के आडवाणी जैसा बता दिया।