आदित्य मिश्र, लखनऊ: हमारी खाने की थाली में दाल सबसे प्रमुख व्यंजन है, इसमें प्रोटीन और विटामिन की भरपूर मात्रा होती है। दाल कई प्रकार की होती है, जिनमें मूंग, अरहर, चना, उड़द, मसूर प्रमुख हैं। इनके खाने में मिलने से स्वाद और सेहत दोनों बेहतर हो जाती है।
पॉलिश दाल का मतलब
खेत से निकलते ही दाल को तुरंत बाजार में नहीं उतार दिया जाता। इसके पहले उसे बाजार की प्रवृत्ति के हिसाब से तैयार किया जाता है। इसी प्रक्रिया में पॉलिश करना भी एक महत्वपूर्ण चरण है। पॉलिश करने का सीधा सा मतलब है, दाल को दिखने में और बेहतर बनाना। ऐसा करने के लिए कई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
पानी और तेल से की जानी वाली पॉलिश अक्सर देखने को मिलती है। इसके अलावा नायलॉन पॉलिश, मखमल या चमड़ा पॉलिश भी की जाती है। इस प्रक्रिया में दाल के दानों को चमकदार बनाने के लिए मशीन में डालकर साफ किया जाता है। ऐसा करने से दिखने में यह ज्यादा आकर्षक भी लगते हैं और दानों का आकार भी एक जैसा हो जाता है।
गुणवत्ता पर होता है असर
पॉलिश करने से दाल का रूप तो निखर जाता है लेकिन इसके पोषक तत्व पहले जितने नहीं रह पाते हैं। खेत से बाजार और फिर आपकी थाली तक पहुंचने में दाल का स्वाद बिगड़ जाता है। इसमें पाया जाने वाला प्राकृतिक फाइबर पॉलिश की प्रक्रिया के दौरान भूसी के रूप में बाहर निकल जाता है।
यह प्राकृतिक फाइबर हमारे खाने को पचाने में मददगार होता है। इसीलिए पॉलिश दाल सिर्फ दिखने में अच्छी होती है, यह सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। इस दाल को खाने से शरीर में प्रोटीन वाली मात्रा सही से पूरी नहीं हो पाती।
दाल के फायदे हजार
वैसे तो सभी तरीके की दाल खाने के अपने फायदे हैं, लेकिन मूंग की दाल सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। अक्सर लोग इसे बीमार पड़ने पर खाते हुए दिख जाते हैं। इसमें विटामिन A, B, C और E की भरपूर मात्रा होती है। इसके साथ ही अन्य पोषक तत्व भी इसमे होते हैं। अंकुरित मूंग की दाल के तो और ज्यादा फायदे हैं।
अरहर सबसे ज्यादा खाने में इस्तेमाल होने वाली दाल है। इसमें सोडियम, पोटैशियम और विटामिन खूब होता है। चना और मसूर की दाल में प्रोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। मसूर और मूंग की दाल पाचन तंत्र को बेहतर करती है। उड़द की दाल अक्सर खिचड़ी में देखी जाती है, इसमें आयरन खूब पाया जाता है। दाल खाने से जिंदगी और सेहत का हाल अच्छा ही रहता है, इसीलिए थाली में दाल बहुत जरूरी है।