Himachal: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाए जाने पर प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है। धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश विधान सभा के मुख्य द्वार और चारदीवारी पर खालिस्तान के झंडे बंधे पाए गए। इस कृत्य पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह एक शरारत पूर्ण कृत्य है जो गलत संदेश दे रहा है।
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दोषियों के खिलाफ करेंगे कड़ी कार्रवाई: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा, ‘रात के अंधेरे में यह किया हिम्मत है तो दिन में कर के दिखाएं। यह एक कायरता पूर्ण हरकत है हम दोषियों को नहीं बख्सेंगे।’
धर्मशाला विधानसभा परिसर के गेट पर रात के अंधेरे में खालिस्तान के झंडे लगाने वाली कायरतापूर्ण घटना की मैं निंदा करता हूं।
इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र ही होता है इसलिए यहां अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता उसी दौरान रहती है।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) May 8, 2022
आज देर रात या सुबह हुई हो ये घटना
वहीं, कांगड़ा के एसपी खुशाल शर्मा ने कहा कि हो सकता है कि यह घटना आज देर रात या सुबह हुई हो।। हमने विधानसभा गेट से खालिस्तान के झंडे हटा दिए हैं। यह पंजाब के कुछ पर्यटकों की हरकत हो सकती है। हम आज केस दर्ज करने जा रहे हैं।’
मिली थी धमकी
आपको बता दें कि कुछ समय पहले खालिस्तान समर्थक समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा 29 अप्रैल को शिमला में खालिस्तान झंडा फहराने की धमकी दी थी। तब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा था कि वह खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं क्योंकि सरकार को इस तरह की धमकियां पहले भी कई बार मिली हैं।