श्रीनगर। जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने के फैसले के बाद राज्य में लगी पाबंदियों का असर अब भी दिख रहा है। हालांकि कई जगह पाबंदियों में ढील दी गई है। तभी राज्य प्रशासन का दावा है कि कश्मीर घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील के बाद स्थिति शांतिपूर्ण है।
अधिकारियों ने बताया कि घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों से अवरोधक हटा दिए गए हैं लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में 76 टेलीफोन एक्सचेंजों में लैंडलाइन सेवाएं बहाल कर दी गई है। हालांकि यह सेवा कारोबारी क्षेत्र लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव में अब भी बंद है। उन्होंने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण रही और रविवार को किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। घाटी के 105 पुलिस थानों में से 82 में दिन के प्रतिबंधों में छूट दी गई है।
अधिकारियों ने हालांकि कहा कि सोमवार को लगातार 29वें दिन आम जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें बंद रहीं और सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद रहे। श्रीनगर के कई इलाकों में निजी वाहनों की आवाजाही दिखी। शहर के सिविल लाइन इलाकों में कुछ रेहड़ी वालों ने अपनी दुकानें लगाई। पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।