जयपुर। विवादित फिल्म पद्मावत को लेकर शुरू हुआ बवाल थम नहीं पा रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद जहां राज्य सरकार ने रिव्यू पिटीशन की तैयारी कर ली है वहीं दूसरी ओर फिल्म का विरोध कर रहे राजपूत समाज के संगठन करणी सेना ने 25 को जनता कर्फ्यू लगाने के साथ भारत बंद का ऐलान किया है। करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने शनिवार को जयपुर में प्रेसवार्ता कर कहा कि संजय लीला भंसाली राजपूतों को विलेन के तौर पर पेश करने के लिए साजिश रच रहें हैं। इसीलिए उन्होंने फिल्म की रिलीज डेट 25 जनवरी तय की है, ताकि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर हंगामा हो। अब जनता कर्फ्यू के माध्यम से फिल्म का विरोध होगा और सिनेमा हाल मालिकों व फिल्म वितरकों ने इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने पर सहमति दी है।

बता दें कि कालवी ने खुलासा किया कि संजय लीला भंसाली ने उन्हें फिल्म देखन के लिए प्रस्ताव भेजा है, लेकिन पत्र में ना तो जाने की कोई तारीख लिखी है और ना ही ये लिखा है कि अगर वो फिल्म पर कोई ऑब्जेक्शन करेंगे तो क्या होगा। ऐसे में अन्य इतिहासकारों की तरह वे जलील नहीं होना चाहते। करणी सेना ने भंसाली के निमंत्रण को अस्वीकार करते हुए भंसाली के चिट्ठी की होली जलाई। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि वो इस फिल्म को सिनेमेटोग्राफी एक्ट के जरिए रोकें। एक सवाल पर कालवी ने बताया कि जनता कर्फ्यू के लिए करणी सेना को सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है। राजस्थान में फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर और सिनेमाहाल ओनर्स ऐसोसिएसन ने फिल्म को दिखाने से इन्कार कर दिया है।
साथ ही पद्मावत के विरोध में चित्तौड़गढ़ में राजपूत महिलाएं जौहर पर अड़ी हुई हैं। कालवी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि रानी पद्मिनी की आन, बान, शान और इतिहास को बचाने के लिए राजपूत महिलाएं जौहर के लिए तैयार हैं। इसके लिए अब तक चित्तौड़गढ़ में 1908 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। करणी सेना ने एक बार फिर जावेद अख्तर और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को राजस्थान में नहीं आने की चेतावनी दी है। करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि उन्होंने पूरे समाज ही नहीं प्रदेशवासियों की भावनाएं आहत की हैं। अब ऐसे में अगर वे यहां आते हैं तो सेंसर बोर्ड से अपनी सुरक्षा भी साथ लेकर आएं।
वहीं सोशल मीडिया पर बीते शनिवार को फिल्म पद्मावत को लेकर उदयपुर के एक सिनेमा हाल के बाहर लगाया गया पोस्टर दिनभर वायरल होता रहा। इसके चलते यह पोस्टर लोगों में चर्चा का विषय बना रहा। वाकए के अनुसार अशोका सिनेमा उदयपुर के प्रबंधक शेर आलम ने फिल्म पद्मावत को नहीं लगाने का पोस्टर चस्पा कर दिया। इस पोस्टर पर लिखा है कि मेवाड़ के गौरव का आदर करते हुए पद्मावत का प्रदर्शन अशोक सिनेमा में नहीं किया जाएगा। पोस्टर के नीचे शेर आलम, मैनेजर अशोक सिनेमा भी लिखा हुआ है। सोशल मीडिया पर सभी शेर आलम के इस कदम की सराहना कर रहे हैं।