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राष्ट्रपति पद पर जो बिडेन की उम्मीद कायम, इन 4 प्रमुख राज्यों में डोनाल्ड ट्रंप से आगे

d1883312 7034 408a 81c9 e77e510b3f70 राष्ट्रपति पद पर जो बिडेन की उम्मीद कायम, इन 4 प्रमुख राज्यों में डोनाल्ड ट्रंप से आगे

वाशिंगटन। अमेरिका में इस समय राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर-शोर से लगी हुई हैं। इस दौर में दो पार्टी सबसे आगे देखने को मिल रही हैं। इस चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन और रिपब्लिकन के उम्मीदवार व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस बार जो बिडेन कई सर्वेक्षण में डोनाल्ड ट्रंप से आगे दिखाई दे रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स और सियेना कॉलेज द्वारा कराए गए मतदान पूर्व सर्वेक्षण के अनुसार पूर्व उपराष्ट्रपति बाइडेन विस्कोंसिन, पेनसिल्वेनिया, फ्लोरिडा और अरिजोना में ट्रंप से आगे रह सकते हैं।  अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में कल यानि 3 नवंबर को वोटिंग होनी वाली है। एक नए सर्वेक्षण के अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन चार महत्वपूर्ण राज्यों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले बढ़त बनाए हुए हैं।

उम्‍मीदवारों के बीच कांटे की टक्‍कर-

बता दें कि रायटर/ इप्सोस पोल सर्वे के मुताबिक अमेरिका के मिशिगन प्रांत में 51 फीसद लोगों ने डेमोक्रेटिक उम्‍मीदवार बाइडेन के पक्ष में वोटिंग किया, जबकि 44 फीसद ट्रंप के पक्ष में पड़े। उत्‍तर कैरोलिना में राष्‍ट्रपति पद के दोनों उम्‍मीदवारों के बीच कांटे की टक्‍कर है।  यहां बाइडेन को 49 फीसदी मत जबकि ट्रंप को 46 फीसदी लोगों ने वोट किया।  विस्कोंसिन में बाइडेन के पक्ष में 51 फीसद वोटिंग हुई, जबकि 43 फीसद ट्रंप के पक्ष में. फ्लोरिडा में दोनों उम्‍मीदवारों के बीच कांटे का मुकाबला है।  इस राज्य से 29 इलेक्टर्स चुने जाने हैं।  यहां बाइडेन के पक्ष में 49 फीसद वोटिंग, जबकि ट्रंप के पक्ष में 47 फीसद हुई। ट्रंप ने दावा किया है कि राष्ट्रपति के रूप में उनके शासनकाल में प्रशासन ने बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।  उन्होंने कहा कि यह मंगलवार बहुत दिलचस्प होगा।  इस बार उनकी पार्टी की लहर है और ऐसा पहले किसी ने नहीं देखा।

इस बार रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं।  अमेरिका के इतिहास में अब तक ऐसा 16 बार हो चुका है जब जनता ने अपने राष्ट्रपति को दूसरी पर पद पर बने रहने का मौका दिया है।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीद है कि वह दोबारा चुने जाएंगे।

चुनाव जीतने के लिए क्यों जरूरी है इलेक्ट्रोरल काॅलेज-

बता दें कि अमेरिका के पिछले 2016 के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंकटन को करीब 29 लाख ज्यादा लोगों ने वोट किया लेकिन वह चुनाव हार गईं। इसकी वजह यह है कि डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में इलेक्टोरल वोट ज्यादा पड़ा। इलेक्ट्रोरल काॅलेज में कुल 538 वोट होते हैं, जिनमें से 270 या फिर उससे ज्यादा वोट जीतने के लिए हासिल करने होते हैं। जिस उम्मीदवार को 270 इलेक्टर्स का समर्थन मिल जाता है, वह अमेरिका अगला राष्ट्रपति बनता है।

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