टोक्यो। भारत की इसरो के बाद अब जापान की एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने गुरुवार एक उपग्रह का सफलता पूर्वक शुभारंभ किया है। जापान का ये उपग्रह एक्स-बैंड रडार से लैस है जोकि उच्च रिजोल्यूशन की तस्वीरों लेने में सक्षम है। ईएफई की एक रिपोर्ट के मुताबिक अवलोकान के लिए नई प्रणाली ऑर्किटेक्चर के साथ उन्नत सैटेलाइट को तीसरी पीढ़ी के एप्लिलॉन को उचिनोरा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। जापान के स्पेस सेंटर के मुताबिक एक्सिलोन-3 की लॉन्च और उड़ान समान्य रूप से हुई है। 570 किलो एएसएएनआरओ -2 उपग्रह सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग हो गए। एस्नाओ -2 जापानी तकनीक फर्म एनईसी द्वारा विकसित की गई है।
यह उपग्रह 500 किलोमीटर की ऊंचाई पर अपनी कक्षा से पांच साल तक धरती-निरीक्षण कार्य करेगी और इसके साथ जमीन पर 1 मीटर के रिज़ॉल्यूशन पर सभी मौसम रडार इमेजरी वितरित कर सकेगी।यह एक निजी कंपनी द्वारा जारी किए गए जेएक्सए एप्सिलोन रॉकेट का पहला लॉन्च था। जापानी एयरोस्पेस एजेंसी ने छोटे-आकार के उपग्रहों को लॉन्च करने की लागत को कम करने के लिए एप्सिलॉन को पारंपरिक रॉकेट से छोटा बनाया है।
इस लॉन्च की लागत करीब 36 मिलियन डॉलर है, जो पारंपरिक रॉकेट की लागत का लगभग आधा है। बता दें कि इससे पहले एपिसलॉन रॉकेट को सितंबर 2013 में लॉन्च किया गया था ताकि दूरदराज के ग्रहों की कक्षा में अंतरिक्ष दूरबीन का निरीक्षण किया जा सके।