चंडीगढ़। पंजाब में किसानों की कर्जमाफी में हो रही देरी को लेकर पक्ष-विपक्ष आमने सामने आ गए हैं। दरअसल बजट सत्र के दूसरे दिन अकाली दल के विधायकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे और अपना विरोध जताने के लिए काले कपड़े पहने हुए थे। अकाली दल के इसी विरोध पर तंज कसते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि अकाली दल को विधानसभा में काले कपड़े पहनने के बजाए केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। जाखड़ ने कहा कि अगर अकाली विधायक अपनी विधानसभा में काले रंग के कपड़े पहन कर आना जानते है तो उसके सांसद मोदी सरकार के खिलाफ संसद में काले कपड़े पहनकर क्यों नहीं जाते।
जाखड़ ने कहा कि क्या अकाली के सांसदों में मोदी सरकार के खिलाफ खड़ा होने की हिम्मत नहीं है? उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अपनी समिति वित्तीय साधनो के बावजूद किसानों के कर्ज माफा करने के साथ-साथ राज्य को आर्थिक रूप से ऊपर उठाने का प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ मोदी सरकार किसानों के हित के लिए कुछ नहीं कर रही है। जाखड़ ने कहा कि अकाली दल ने केंद्र सरकार में एक मंत्री पद के लालच में किसानों के हित मोदी सरकार के पास गिरवी रख दिए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब तेलगू देशम पार्टी अपने राज्य के हितों के लिए केंद्र सरकार से मंत्री हटा सकती है तो फिर आकाली दल क्यों नहीं हटा सकता।
जाखड़ ने लोकसभा में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा दिए गए उत्तर का हवाला देते हुए कहा कि देश के सभी राज्यो में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश की किसान की स्थिति दयनीय है। इस समय केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह देश के प्रजापालक किसान को इस संकट से बाहर निकालने के लिए कोई नीति लेकर आएं।