चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने आज ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान केस जरिए दूरसंवेदी उपग्रह रिसोर्ससैट -2 ए को सफलता पूर्वक लॉन्च कर दिया। इस उपग्रह का वजन 1,235 किलोग्राम है जिसे आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा रॉकेट रॉकेट पोर्ट के पहले लांच पैड से सुबह 10.25 बजे उड़ान भरा।
इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रॉकेट के लिए 36 घंटों की उल्टी गिनती 5 दिसंबर रात 10.25 बजे से शुरू हुई थी। पीएसएलवी -सी 36 में मोनो मिथाइल हाइड्राजिन ईंधन और मिक्सड ऑक्साइड ऑफ नाइट्रोजन ऑक्सीकारक को भरने का चौथा चरण पूरा हो गया है।
बता दें कि पीएसएलवी की ये 38वीं उड़ान है यह उपग्रह सूर्य के समकालिक कक्षा में स्थापित करेगा। यह एक दूरसंवेदी उपग्रह है जिसका उद्देश्य 2003 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-1 और साल 2010 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-2 के कार्यो को आगे बढ़ाना है। इसका लक्ष्य वैश्विक उपयोगकर्ताओं के लिए दूरसंवेदी डेटा सेवाएं जारी रखना है।
यह अपने साथ तीन उपकरणों को लेकर गया है। इसके साथ ही इस उपग्रह में लिनियर इमेजिंग सेल्फ स्कैनर कैमरा, मध्यम क्षमता वाला कैमरा और एक अत्याधुनिक सेंसर कैमरा लगा हुआ है।बता दें कि 1994 से 2016 तक पीएसएलवी रॉकेट से 121 उपग्रहों का प्रक्षेपण हो चुका है, जिनमें 70 विदेशी और 42 भारतीय थे।