नई दिल्ली: सांप्रदायिक अशांति फैलाने वाले, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे आरोपों में वांछित विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक की आज भारत लौटने की संभावना जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मलयेशियाई पुलिस ऑफिसर ने जाकिर के प्रत्यर्पण की पुष्टि की है।
नाईक ने भारत लौटने वाली खबरों को किया खारिज
बता दें कि जाकिर नाइक पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 2017 में आपराधिक मामला दर्ज किया था। लेकिन जाकिर नाईक ने अपने भारत लौटने की खबरों को खारिज कर दिया है और कहा है कि यह सरासर अफवाह है। वहीं इस खबर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रवक्ता अलोक मित्तल ने कहा कि उनके पास इससे जुड़ी अभी कोई जानकारी नहीं है ।
जाकिर नाइक ने अपने बयान में कहा है कि मेरे भारत लौटने की खबरें पूरी तरह निराधार और अफवाह हैं। जब तक गलत अभियोजन से मैं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करूंगा तब तक मेरी भारत लौटने का कोई इरादा नहीं है। जब मैं यह महसूस करूंगा कि सरकार मेरे साथ निष्पक्ष होगी तब मैं अपने देश जरूर वापस आ जाऊंगा।
2016 में ढाका में हुए हमले में 22 की हुई थी मौत
आपको बता दें कि नाईक एनआईए और ईडी की जांच का सामना कर रहा है क्योंकि बांग्लादेश ने कहा था कि उसका भाषण ढाका में 2016 के हमले की एक वजह था। इस हमले में एक भारतीय लड़की समेत 22 लोगों की जान चली गई थी।
नाईक के गैर सरकारी संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को 2016 में ही अवैध घोषित किया जा चुका है और इस मामले में 18 करोड़ रुपए से अधिक की रकम के धन शोधन के आरोपों की प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। उधर, सूत्रों के अनुसार NIA के DG ने कहा- जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण की खबर निराधार और गलत है।
बता दें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जाकिर नाईक के खिलाफ अक्तूबर 2017 में युवाओं को अपने भड़काऊ भाषण के जरिए उकसाने और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए मुंबई की विशेष अदालत में 65 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी। ।