अफगान में जब से तालिबान सरकार बनी है। तब से वहां पर महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। महिलाएं लगातार विरोध कर रही हैं।
तालिबान सरकार ने बनाए नए नियम
तालिबान ने विरोध-प्रदर्शनों को रोकने के लिए कई नियम बनाए हैं। अब प्रदर्शन करने से पहले न्याय मंत्रालय से इसकी अनुमति लेनी होगी । इसके अलावा 24 घंटे पहले सुरक्षा एजेंसियों को भी प्रदर्शन के बारे में बताना होगा। तभी वह प्रदर्शन कर सकेंगे।
तालिबान के खिलाफ हुए कई देश !
हालांकि इसके अलावा 24 घंटे पहले सुरक्षा एजेंसियों को भी प्रदर्शन के बारे में बताना होगा। तालिबान के खिलाफ देश में लगातार बढ़ रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद उसने ये फैसला लिया है। तालिबान के इस कदम से कई देश उसके खिलाफ नाराज हो सकते हैं।
यह भी पढ़े
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान पर होगी चर्चा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे अध्यक्षता
तालिबान करता है महिलाओं पर अत्याचार !
अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए लड़ाके कुछ भी करने को तैयार हैं। यहां महिलाओं के खिलाफ तालिबान का रवैया दिन पर दिन बिगड़ता ही जा रहा है। इससे पहले भी रैली निकाल रही महिलाओं पर तालिबानी लड़ाकों ने हमला कर दिया।
हवा में की थी फायरिंग
रैली को खदड़ने के लिए तालिबानियों ने हवाई फायरिंग की। इस दौरान कई महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया। इतना नहीं, तालिबानी लड़ाकों ने रैली रुकवाने के लिए हवाई फायरिंग भी की।
अपने वादे से मुकरा तालिबान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारियों ने काबुल के बगल में स्थित दश्ती-ए-बारची इलाके में रैली निकाली। इस दौरान महिलाएं देश में प्रतिनिधित्व और महिलाओं के अधिकारों की मांग कर रही थीं। वहीं, बरची से काबुल शहर की ओर मार्च कर रही अफगान लड़कियों पर भी तालिबान हथियारबंद लोगों ने हमला किया। बता दें कि अफगानिस्तान में नई गठित सरकार में महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था। जबकि देश पर कब्जे के बाद तालिबान ने वादा किया था कि सरकार में महिलाओं की हिस्सेदारी होगी।
हालांकि तालिबान ने इन आरोपों का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है । लेकिन चेतावनी दी कि इस तरह के विरोध प्रदर्शन अवैध हैं।