श्रीलंका में विपक्ष ने मंगलवार से शुरू हो रहे संसद सत्र में राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। इसके पूर्व उन्होंने नया मंत्रिमंडल बनाकर विपक्ष की चाल को विफल करने का प्रयास किया है।
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17 नए मंत्रियों की नियुक्ति
श्रीलंका में विरोध-प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने 17 नए मंत्रियों की नियुक्ति की है। दिनेश गुणवर्धने को गृह, दुग्लास देवेंद्र को मत्स्य और नासिर अहमद को पर्यावरण विभाग का मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल में अधिकांश नए चेहरे हैं। वहीं प्रदर्शनकारी लगातार राजपक्षे परिवार के इस्तीफे की मांग को लेकर राष्ट्रपति भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
फैसले पर उठे सवाल
गोटबाया राजपक्षे के फैसले पर विपक्ष ने सवाल उठाया है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि जब राष्ट्रपति ही भ्रष्टाचार में लिप्त है, तो नई कैबिनेट से जनता को क्या उम्मीद हो सकती है? विपक्षी नेताओं ने कहा कि राष्ट्रपति को अपने पद से इस्तीफा देना होगा।
कुर्सी बचाने के लिए खेला आखिरी दांव
राजपक्षे परिवार के खिलाफ श्रीलंका में लगातार प्रोटेस्ट हो रहा है। पूर्व क्रिकेटर्स से लेकर कई बड़ी हस्तियां राजपक्षे ब्रदर्स के इस्तीफे की मांग कर चुकी हैं। जर्मनी से लेकर मेलबर्न तक श्रीलंकन विरोध कर रहे हैं। गोटबाया राजपक्षे सुलह के लिए पिछले दिनों सर्वदलीय मीटिंग बुलाई थी । लेकिन हंगामे के बाद यह मीटिंग समाप्त हो गई थी।
राजपक्षे परिवार के खिलाफ बजा बिगुल
नई कैबिनेट गठन के बाद पुराने मंत्रियों ने राजपक्षे परिवार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो ने कहा कि राजपक्षे परिवार के खिलाफ जनता है। लेकिन हम लोगों को हटाया गया है। यह फैसला असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि यह किस तरह का फैसला है। जिसमें वरिष्ठ नेताओं को मंत्री नहीं बनाए जाने का निर्णय लिया है।
गेल्ला हिल पर प्रोटेस्ट जारी
इधर, गेल्ला हिल (राष्ट्रपति हाउस) पर लोगों का प्रदर्शन जारी है। लोग राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और महिंदा राजपक्षे को सत्ता से बाहर करने की मांग उठा रहे हैं। सड़कों पर ही टेंट लगे हैं। हाथों में झंडे और पोस्टर लिए लगातार विरोध जारी है।