पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत के साथ संबंधों में भी बदलाव के संकेत नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने PM मोदी को खत लिखकर दोनों देशों के विवादित मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान की इच्छा जाहिर की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहबाज का यह खत PM मोदी के बधाई संदेश के जवाब में आया है।
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शहबाज ने खत में क्या लिखा?
शहबाज ने PM मोदी को धन्यवाद देते हुए लिखा- इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लक्ष्य और जम्मू-कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जा सकता है। भारत पाकिस्तान के शांतिपूर्ण संबंध नागरिकों के सामाजिक-आर्थिक विकास लिए जरूरी हैं।
प्रधानमंत्री बनने पर PM मोदी ने दी थी बधाई
शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने पर PM मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा था- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने पर आपको शुभकामनाएं। भारत उम्मीद करता है कि आप इस क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाकर शांति और स्थिरता के लिए काम करेंगे। इसके जरिए हम चुनौतियों का मुकाबला कर सकेंगे और अपने नागरिकों को बेहतर जीवन दे सकेंगे।
खत में कश्मीर का राग भी अलापा
शहबाज शरीफ ने इसके जवाब में तब PM मोदी का शुक्रिया करते हुए कहा था, ‘पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगपूर्ण संबंध चाहता है। दोनों देशों के बीच कई मुद्दे, जिनमें कश्मीर भी शामिल है का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में जो बलिदान किया है वो सबको पता है।’
कश्मीर को लेकर देते रहे बयान
प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज ने अपने पहले भाषण में भी कश्मीर का जिक्र किया था। तब उन्होंने कहा था कि वे भारत के साथ शांति चाहते हैं । जो कश्मीर विवाद के समाधान तक संभव नहीं है। शहबाज इससे पहले भी कई मौकों पर कश्मीर का जिक्र छेड़ चुके हैं।
भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं शहबाज
शहबाज शरीफ अक्सर पाकिस्तानी पंजाब और भारतीय पंजाब के साथ मिलकर काम करने की बात करते रहे हैं। वे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2017 में दोनों पंजाब और उत्तर भारत में धुंध की समस्या चल रही थी। तब शहबाज शरीफ ने पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने स्मॉग की समस्या और प्रदूषण के मुद्दे से निपटने के लिए एक मैकेनिजम बनाने की मांग की थी।
आर्थिक बदहाली से गुजर रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान के राजनयिक सूत्रों का कहना है कि अब दोनों ही पक्षों के बीच रिश्तों पर जमी बर्फ को तोड़ने की व्यापक इच्छा है क्योंकि पिछले कई वर्षों से चले आ रहे तनाव की वजह से किसी का भला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस समय पाकिस्तान आर्थिक बदहाली की स्थिति से गुजर रहा है और अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत करने के लिए भारत के साथ अच्छे संबंध घरेलू मोर्चे पर उसकी मदद कर सकते हैं।
पाक के राजनयिक का मानना है कि भारत को भी इसमें फायदा होगा और वह चीन पर फोकस कर पाएगा जिसके साथ उसका तनाव बढ़ा हुआ है।