कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका ने एक नया कदम बढ़ाया है। अमेरिका ने 5 से 11 वर्ष के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाने की पूरी तैयारी कर ली है। इस लड़ाई में फाइजर व बायोएनटेक एसई के कोरोना वैक्सीन को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की मंजूरी मिल चुकी है। जिसके बाद लगभग अगले हफ्ते से यूएस के 2.80 करोड़ बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। कोरोना महामारी के खिलाफ अमेरिका द्वारा बढ़ाया गया यह कदम कोरोना से लड़ने व जान बचाने के लिए प्रभाशाली सिद्ध होगा। इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए अमेरिका ने सभी पड़ावों को पार कर लिया है।
इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने से पहले रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की टीकाकरण सलाहकार समिति की बैठक की जाएगी। जिसके बाद यह तय होगा कि वैक्सीन किसे लगाई जाए। इस मुद्दे को लेकर मीटिंग की जाएगी। इस पैनल की बैठक 2 और 3 नवंबर को होगी। जिसके बाद सीडीसी डायरेक्टर रोशेल वालेंस्की सलाहकारों की गाइडलाइन पर साइन कर सकेंगे।
इन सभी कार्यो की सफलता के बाद नया और जरूरी काम शुरू होगा डोज का शिपमेंट शुरू करने की इजाजत का। साथ ही एफडीए ने शुक्रवार को डोज का शिपमेंट शुरू करने की इजाजत दे दी है। इस सफलता से अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगवाने की संख्या में तेजी आएगी। अमेरिका पहले ही आबादी के बड़े हिस्से को कोरोना वैक्सीन लगा चुका है। कोरोना वैक्सीन के इन टीकों को देश के बाल रोग विशेषज्ञों के दफ्तरों, फार्मेसियों और अन्य स्थानों पर ले जाया जाएगा। ताकि सीडीसी की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही टीकाकरण शुरू किया जा सके। इसके अलावा एफडीए के एक्टिंग कमिश्नर जेनेट वुडकॉक ने कहा है कि, बच्चों का वैक्सीनेशन करने से सामान्य स्थिति को ओर से तेजी से बढ़ाया जा सकेगा। वैक्सीन की सुरक्षा और क्षमता को लेकर रिसर्च हुई है। जिसमें वो हाई स्टैंडर्ड पर खरी उतरी है। ऐसे में पेरेंट्स और गॉर्जियन वैक्सीन को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हो सकते हैं।