लखनऊ: राजधानी स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में अफ्रीकी देश नाइज़ीरिया के भारत स्थित राजदूत अहमद सुले का भव्य स्वागत किया गया। उनके सम्मान में दो दिवसीय विभिन्न सुरूचिपूर्ण कार्यक्रमों की भव्य श्रृंखला भी आयोजित की गयी।
राजदूत सुले ने इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च का भी निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त नाइजीरियाई छात्रों के साथ विज्ञान, अनुसंधान एवं इन्ट्रैक्टिव सत्र भी आयोजित किया गया। राजदूत सुले ने भारत नाइजीरिया संबंधों पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारत ने 1958 में नाइजीरिया के साथ सौहार्द पूर्ण सम्बन्ध स्थापित किए ।
उन्होने नाइजीरिया में भारत के असीम योगदान के बारे बताते हुए कहा कि नाइजीरिया में 135 से अधिक भारतीय कंम्पनियां काम कर रही हैं। जनता भारतीय व्यंजनों, फिल्मों, संस्कृतियों और परम्पराओं का भरपूर आनन्द लेती है। इस प्रकार नाइजीरिया के लोगों के दिलों में भारतीयता का एक प्रमुख स्थान है। अहमद सुले ने इंटीग्रल यूनीवर्सिटी में अध्ययनरत नाइजीरियाई छात्र-छात्राओं से पूरे मनोयोग से भारतीय कानूनों व नियम परिनियमों का पालन व सम्मान करने व इसकी महान परमपराओं को महत्व देने का अनुरोध किया।
विश्वविद्यालय के प्रति-कुलाधिपति डा. एस.एन.अख्तर ने विशेषरूप से शैक्षिक संस्थानों व जीवन के तमाम क्षेत्रों में विविधता पर विशेष बल दिया। कुलपति प्रो. जावेद मसर्रत ने अपने समापन भाषण में कहा कि इंटीग्रल विश्वविद्यालय गुणवक्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास सुविधाएं एवं गुणवक्तापूर्ण वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।