नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे से बचाने के इंटेलिजेंस एजेंसियों ने सिक्योरिटी फोर्सेज को अपने मोबाईल फोन से कुछ ऐप्स फौरन हटाने के निर्देश दिए हैं। ऐजेंसियों का कहना है कि ये मोबाइस ऐप्स नेशनल सिक्योरिटी को जोखिम में डाल सकते हैं।
बता दें कि इंटेलिजेंस एजेंसियों का कहना है कि कई एप्लीकेशंस सीक्रेट कम्युनिकेशंस के लिए सुरक्षित नहीं हैं। एजेंसियों ने अनइंस्टॉल किए जाने वाले मोबाइल एप्लीकेशन की एक लंबी लिस्ट सिक्योरिटी फोर्सेज को भेजी है। इस लिस्ट में 40 से ज्यादा मोबाइल ऐप हैं। एजेंसियों का कहना है कि कई एंड्रॉयड/iOS ऐप्स को चाइनीज डेवेलपर्स ने बनाया है या इन ऐप्स में चाइनीज लिंक हैं, जिनमें स्पाईवेयर हो सकते हैं।
वहीं ऐजेंसियों जिन ऐप्स की लिस्ट भेजी है उनमें वीबो, वीचैट, शेयरइट, ट्रूकालर, यूसी न्यूज, यूसी ब्राउसर, ब्यूटी प्लस, न्यूजडोग, वीवा वीडियो-क्यू वीडियो, आईएनसी, पैरालल स्पेश, अपुस ब्राउसर, परफेक्ट कार्प, वायरस क्लीनर-हाई सिक्योरिटी लैब, सीएम ब्राउसर, एमआई कम्युनिटी, डयू रिकॉर्डर, वाल्ट हाइड, यूकैम मेकअप, एमआई स्टोर, कैचक्लीनर डयू एप्स, डयू बैटरी सेवर, डयू क्लीनर, डयू प्राइवेसी, 360 सिक्योरिटी, डयू ब्राउसर, क्लीन मास्टर-चीता मोबाइल, बैडू ट्रांसलेट, बैडू एप, वंडर कैमरा, ईएस फाइल एक्सप्लोरर, फोटो वंडर, क्यूक्यू इंटरनेशनल, क्यूक्यू म्यूजिक, क्यूक्यू मेल, क्यूक्यू प्लेयर, क्यूक्यू न्यूजफीड, क्यूक्यू सिक्योरिटी, सेल्फी सिटी, मेल मास्टर, एमआई वीडियो कॉल और क्यूक्यू लांचर शामिल हैं।