भारतीय न्याय व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी के लिए आज का दिन बेहद खास रहा है । देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज जस्टिस बी वी नागरत्ना सहित आठ अन्य जजों की नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट को मंजूरी दे दी । राष्ट्रपति के इस निर्णय के बाद 2027 के बाद जस्टिस बी वी नागरत्ना की भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति हो सकती है । जजों की इस लिस्ट में महिला जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बेला त्रिवेदी भी शामिल है ।
कौन है जस्टिस बी वी नागरत्ना
जस्टिस बी वी नागरत्ना कर्नाटक हाई कोर्ट की जज और पूर्व मुख्य न्यायाधीश ईएस वेंकटरमैया की पुत्री हैं। ईएस वेंकटरमैया जून 1989 से दिसंबर 1989 में देश के प्रधान न्यायाधीश के पद पर रहे चुके है । जस्टिस बी वी नागरत्ना ने वकालत की शुरुआत कर्नाटक में 1987 में बार काउंसलिंग में नामांकन करने के बाद संवैधानिक एवं वाणिज्य कानून के विषय से की । इसके बाद इन्हें 2008 में कर्नाटक में अतिरिक्त न्यायाधीश का पद मिला । फिर 2010 में स्थाई तौर पर हाई कोर्ट की जज के रूप में जस्टिस बी वी नागरत्ना की नियुक्ति हुई ।
सुप्रीम कोर्ट में केवल एक महिला जज
वर्तमान समय में सुप्रीम कोर्ट में केवल एकमात्र महिला न्यायाधीश है जस्टिस इंदिरा बैनर्जी है जो 2022 में रिटायर हो जाएंगी । आपको बता दें अभी तक सुप्रीम कोर्ट में केवल 8 महिला न्यायधीश हुई । और अभी तक भारत में एक भी महिला मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति नहीं जिसको लेकर पिछले कई समय से मांग उठ रही है । इस साल अप्रैल में पूर्व मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा था कि भारत में अब महिला मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति का समय आने वाला है