शिवनंदन सिंह, संवाददाता, लखनऊ
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों यानी बीए, बीएससी, बीकॉम में ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने आदेश जारी किया है। इसके तहत अंको की जगह ग्रेड दिए जाएंगे।
यह पूरी प्रणाली यूजीसी के दिशा निर्देश पर आधारित होगी। ग्रेडिंग सिस्टम को पहले 3 वर्षों के लिए लागू होगी। 0 लेकर 10 अंक दिए जाएंगे। 5 अंक पाने वाले छात्रों को औसतन श्रेणी में रखा जाएगा। मुख्य एवं माइनर विषयों में उत्तीर्ण होने के लिए 33% नंबर होना जरूरी है। वही कौशल विकास से जुड़े पाठ्यक्रमों में उत्तीर्ण होने के लिए 40 फीसदी अंक प्राप्त करना जरूरी होगा। कौशल विकास में 60 अंक के प्रैक्टिकल और 40 अंक की थ्योरी आधारित मूल्यांकन किया जाएगा।
महत्वपूर्ण जानकारी
- आंतरिक परीक्षा के लिए बैक पेपर या सुधार परीक्षा की सुविधा नहीं होगी।
- केवल सभी सेमेस्टर में बैक पेपर की स्थिति में आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा।
- ओड सेमेस्टर का बैक पेपर ओड सेमेस्टर में वही इवन सेमेस्टर का बैक पेपर इवन सेमेस्टर में दिया जा सकेगा।
- किसी भी 1 साल को पूरा करने की अवधि 3 वर्ष की होगी। इसी तरह 3 वर्ष के कोर्स के लिए अधिकतम 9 वर्ष का समय दिया जाएगा।