नई दिल्ली। पिछले हफते सिक्किम के नाकु ला इलाके में हुई चीनी और भरतीय सैनिकों की झड़प पर चीन के विदेश मंत्रालय से बयान जारी हुआ है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया कि हमारे जवान सीमा पर भारत.,चीन सीमा क्षेत्र में शांति बरकरार रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही, उसने भारत को एक तरफा कोई कार्रवाई ना करने को कहा है। आपको बतादें कि नाकु ला इलाके में एलएसी पर भारतीय सेना के साथ झड़प के बाद चीन पीछे हटने को मजबूर हुआ है और चीन ने भारत से यह अपील की है कि भारत किसी भी ऐसी एकतरफा कार्रवाई से बचे जिससे सीमा पर स्थिति बिगड़ जाए।
गौरतलब है कि सिक्किम के ना कूला में चीनी सेना ने बाॅर्डर की यथस्थिति को बदलने की कोशिश की थी इस दौरान कुछ चीनी सैनिक भारतीय छेत्र मंे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे इस दौरान मौके पर मौजूद भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को वहीं राके दिया और इस दौरान की भारतीय जवानों की चीनी सैनिकों से भिड़ंत हो गई। दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आई हैं। फिलहाल हालात काबू में बताए जा रहे हैं। इस पूरी झड़प में हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ है। उत्तरी सिक्किम के मुगुथांग दर्रे से आगे नाकू ला सेक्टर है। करीब 19,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र को चीन विवादित मानता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारतीय सेना ने संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘ यह स्पष्ट किया जाता है कि उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में 20 जनवरी को ‘मामूली तनातनी’ हुई थी जिसे निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों ने सुलझा लिया. मीडिया से अनुरोध है कि इसे तूल देने या बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने से बचे जो तथ्यात्मक रूप से गलत है.’’ घटना की जानकारी रखने वालों ने बताया कि चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार कर भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें रोक दिया. उनका कहना है कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच झगड़ा भी हुआ था.