नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को आज 62वां दिन है। इसके साथ ही आज पूरे देश में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। इसके साथ ही किसानों ने ट्रैक्टर मार्च शुरू कर दिया है। राजपथ पर तीनों सेनाओं का जज्बा भी देखने को मिला। सभी देशवासियों द्वारा गणतंत्र दिवस को बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त किया गया है।
हेलिकॉप्टरों ने दर्शकों पर बरसाए गए फूल-
बता दें कि देशवासियों द्वारा गणतंत्र दिवस को बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर परेड की शुरुआत हो गई है। सबसे पहले हेलिकॉप्टरों ने दर्शकों पर फूल बरसाए और उसके बाद पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। राजपथ पर पहली बार बांग्लादेश की सशस्त्र सेनाओं के 122 सैनिकों का मार्चिंग दस्ते ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अबु मोहम्मद शाहनूर शावोन और उनके डिप्टी लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान ने किया। इस दस्ते में बांग्लादेश की थल सेना, नौसेना और वायुसेना के जवान शामिल रहे। वहीं दूसरी तरफ सिंघु बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी है। ट्रैक्टर रैली कंझावला चौक-औचंदी बॉर्डर-केएमपी-जीटी रोड जंक्शन की ओर बढ़ रही है। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची ट्रैक्टर रैली-
इसके साथ ही बता दें कि सिंघु बॉर्डर और धंसा बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड शुरू हो चुकी है। आधिकारिक रुप से संयुक्त किसान मोर्चा की परेड 10 बजे ही शुरु हुई, लेकिन पंढ़ेर ग्रुप ने 8 बजे ही अपनी परेड शुरु कर दी। इसके साथ ही टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेट तोड़ कर पैदल मार्च शुरु किया। पुलिस ने ये बैरिकेड इसलिए लगा रखा था ताकि समय आने पर खोलेंगे और ट्रैक्टर परेड शुरु कराएंगे। इसी बीच अब सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंच चुकी है। रैली डीटीयू-शाहबाद-एसबी डेयरी-दरवाला-बवाना टी-पॉइंट-कंझावला चौक-खरखौदा टोल प्लाजा की ओर जाएगी। जिसके चलते गाजीपुर पर भी किसान पुलिस बैरिकेडिंग मार्च आगे बढ़ चुके हैं।