मॉस्को। रूस ने काला सागर में बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका को तगड़ा झटका दिया है, जिसके बाद एक बार फिर अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल रूस ने काला सागर में अपनी नेवी मौजूदगी को बढ़ाते हुए अमेरिका की चिंता में इजाफा कर दिया है। अमेरिकी सेना के एक अधाकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि रूस के इस कदम से पिछले कुछ समय से काला सागर में तनावपूर्ण स्थिति चल रही है। 2014 यूक्रेन से क्रीमिया को छोड़कर उस पर कब्जा करने के बाद रूस ने काला सागर में अपने सैनिकों की तैनाती को बढ़ा दिया है।हालांकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने रूस के इस कदम का विरोध किया था।
वहीं जब रूस ने अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है तो फिर अमेरिका कैसे पीछे रह सकता है इसलिए अमेरिका ने भी रूस को ठेंगा दिखाते हुए अपने सैनिकों को वहां भेज दिया, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में काला सागर के ऊपर रूसी सैन्य विमान एसयू-27 और अमेरिकी लड़ाकू विमान ईपी-3 असुरक्षित तरीके से एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं।
अमेरिकी मीडिया के खबरों के मुताबिक अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि रूसी सेना द्वारा हाल में असुरक्षित तरिके से किए गए अभ्यास को लेकर अमेरिका बेहद चिंतित है। गौरतलब है कि ये तनाव तब बढ़ा रूस ने काला सागर क्षेत्र में नौसेना तैनाती का ऐलान किय।रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि कई अभ्यासों के लिए एक रूसी युद्धपोत एडमाइरल एसेन और दो निगरानी जहाजों ने काला सागर में उतारा गया है। काला सागर पूर्वी यूरोप, काकेशस और पश्चिमी एशिया के बीच में स्थित है।