नई दिल्ली। नोटबंदी पर सरकार को घेरने को लेकर आज राजधानी दिल्ली में एक अहम बैठक है जिसमें हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच चुकी है। लेकिन सरकार के खिलाफ एक जुट हुई विपक्ष की एकता को एक बड़ा झटका लगा है। खबरों की मानें तो सीपीएम, जेडीयू और एनसीपी इस बैठक के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेस में शामिल नहीं होंगी हालांकि इस बेरुखी के पीछे वजह क्या है ये अभी तक साफ नहीं हो सकी है।
कुछ दिन पहले कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था लेकिन उसके दो दिन बाद ही कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और किसानों की समस्याओं खासकर उनकी कर्ज माफी की मांग की थी। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के नेताओं की इस मुलाकात के बाद ही विपक्ष दलों में दरार आनी शुरु हो गई।
प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला करते हुए जनता से 50 दिन मांगे थे जिसे पूरे होने में कुछ ही दिन बाकी है। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि विपक्ष आने वाले दिनों में सरकार को घेरने के लिए क्या रणनीति बनाएगा हालांकि सरकार ने अपने रवैये से इस बात की ओर इशारा जरुर कर दिया है कि वो अपने फैसले को वापस लेने के मूड में बिल्कुल नहीं है।